Women Reservation Bill: केंद्रीय कानून राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने रविवार (24 सितंबर) को दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के दौरान कांग्रेस (Congress) महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाई, क्योंकि उसे सत्ता खोने का डर था. उन्होंने कांग्रेस पर महिला आरक्षण विधेयक को लेकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया. 


अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, 'यूपीए सरकार 2004 में इस विधेयक को लेकर आई तो उसने सोचा कि पहले इस विधेयक को राज्यसभा में पारित कराया जाए. जहां यह पारित हो गया. उसके बाद जब यह विधेयक लोकसभा में लाया गया तो इस पर जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के कारण कांग्रेस इसे पारित कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाई.'



'कांग्रेस ने दी सत्ता को प्राथमिकता'
बीकानेर से बीजेपी सांसद अर्जुन मेघवाल ने मीडिया से कहा, 'लोकसभा में हमारी (तत्कालीन) विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा था कि हम विधेयक का समर्थन करेंगे. हालांकि कांग्रेस को लगा कि जो दल विधेयक का विरोध कर रहे हैं, अगर उसने अपना समर्थन वापस ले लिया, तो वह सत्ता से बाहर हो जाएगी. इसलिए उसने सत्ता को प्राथमिकता दी और विधेयक को प्राथमिकता नहीं दी.'


अर्जुन राम मेघवाल का राहुल गांधी पर तंज
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सचिवों को लेकर दिए गए बयान पर भी निशाना साधते केंद्रीय मेंत्री हुए कहा, 'राहुल गांधी जयपुर में यही बात दोहरा रहे थे कि केंद्र में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से तीन सचिव हैं. राहुल गांधी को नहीं पता कि वह अपनी (पूर्व) सरकार की प्रशंसा कर रहे थे या आलोचना?' मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी को मालूम होना चाहिए कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के ये सभी अधिकारी 1990 बैच के हैं और तब कांग्रेस की सरकार थी. मंत्री ने कहा, 'मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने उस समय ओबीसी को आईएएस अधिकारी क्यों नहीं बनने दिया?'


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