राजस्थान में अनोखी पहल, किसान से SIR का फॉर्म भरवाने के BLO खुद खोदने लगे मिट्टी
मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए एक BLO द्वारा किसान के खेत में फावड़ा उठाकर काम में मदद करने का वीडियो वायरल हो रहा है. अनोखी पहल ने ग्रामीणों का ध्यान खींचा और चुनावी जागरूकता को नया संदेश दिया.

देश के कई राज्यो में इन दिनों मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का काम बीएलओ के माध्यम से कराया जा रहा है. एसआईआर का फार्म भरवाने के लिए कई बीएलओ को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है और परेशानियां भी झेलनी पड़ रही है. राजस्थान में ही एक बीएलओ के सुसाइड और दूसरे के हार्ट अटैक से मौत के मामले सामने आने के बाद टोंक जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
वायरल वीडियो: किसान की जगह खुद मिट्टी खोदने लगे बीएलओ
इस वीडियो में एसआईआर का फॉर्म भरने के लिए समय की कमी बताने वाले किसान की जमीन पर मिट्टी की खुदाई खुद बीएलओ करने लगता है. बीएलओ इस किसान से कहता है कि जितनी देर वह एसआईआर का फॉर्म भरेगा उतनी देर उसके बदले मिट्टी की खुदाई वह खुद करेगा. किसान को एसआईआर का फॉर्म देने के बाद बीएलओ खुद अपने हाथ में फावड़ा लेता है और मिट्टी की खुदाई शुरू कर देता है.
दरअसल इन दिनों खेती का सीजन चल रहा है. इस वजह से तमाम किसान खेतों में काम करते रहते हैं और वह फॉर्म भरने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. बहरहाल टोंक जिले में बीएलओ द्वारा मिट्टी खुदाई का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. लोग इसे लेकर तरह- तरह की चर्चाएं कर रहे हैं. बीएलओ बनाए गए शिक्षक इस वीडियो को वायरल कर यह बता रहे हैं कि वह कितने मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं.
वायरल बातचीत, “आप बस फॉर्म भरिए, काम मैं कर दूंगा”
वायरल हो रहा यह वीडियो टोंक जिले के डारदा तुर्की गांव का है. यहां सरकारी स्कूल के शारीरिक शिक्षक रतन लाल जाट को BLO बनाकर 900 वोटर्स से फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी दी गई है.
वीडियो में बीएलओ रतन लाल जाट खेतों में काम करते एक किसान को फॉर्म भरवाने की समझाइश देते दिखाई देते हैं. वह किसान से कहते हैं “यह सरकारी काम है, हर हाल में करना है. मैं आपका काम करके जाऊंगा, आप हमारा काम कर दो.” इसके बाद वह फावड़ा लेकर खुद खुदाई के काम में हाथ बंटाते हैं, ताकि किसान को लगे कि सरकारी काम ज़्यादा मुश्किल नहीं है.
किसान और BLO के बीच बातचीत
बातचीत के दौरान किसान कहता है कि उसे अपने काम से मतलब है, क्योंकि उसी से उसकी रोज़ी-रोटी चलती है. इस पर बीएलओ जवाब देते हैं “यार परेशान मत कर, मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गया. मैं दस बार तेरे घर गया, लेकिन तुम नहीं मिले. ज्यादा दिमाग मत लगाओ, मेरा काम करो, मेरे जैसा आदमी यहां नहीं आएगा.” उन्होंने आगे कहा कि फॉर्म भरना कोई कठिन काम नहीं है, बस थोड़ा समय देना होगा. उन्होंने जानकारी दी कि वे अब तक 900 में से 800 फॉर्म भरवा चुके हैं.
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Source: IOCL























