Haryana News: परिवार पहचान पत्र  को लेकर हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार को जमकर घेरा है. हरियाणा आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने भी खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि PPP योजना बनी खट्टर सरकार की सबसे खटारा योजना. जिन 70 लाख परिवारों के "परिवार पहचान पत्र" बने, उनमें 63 लाख लोगों के लिए परेशानी पत्र बन गए हैं.


‘पीपीपी योजना बनी जी-का-जंजाल’ 
आप नेता डॉ. सुशील गुप्ता ने आगे लिखा कि हरियाणा की बीजेपी सरकार के लिए इससे शर्मनाक ओर क्या सकता है. 90 प्रतिशत गलतियों वाली पीपीपी योजना लोगों के लिए जी-का-जंजाल बन चुकी है. तो ऐसी योजना को सरकार खत्म ही क्यों नहीं कर देती. 3 साल से लोग अपने आंखों में स्वयं के मकान का ख्वाब सजाए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. PPP के नाम पर हरियाणा की जनता के साथ बदसलूकी एवं रिश्वतखोरी आम हो चुकी है. सरकार की इस योजना की वजह से आम नागरिक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.


विधानसभा मानसून सत्र के दौरान भी उठा था मुद्दा
अगस्त माह में हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भी परिवार पहचान पत्र  को लेकर बीजेपी सरकार को कांग्रेस ने विधानसभा में घेरा था. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा ने परिवार पहचान पत्र का मुद्दा उठाया था. 


कांग्रेसी नेताओं ने भी खट्टर सरकार को घेरा
परिवार पहचान पत्र  को लेकर हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा और किरण चौधरी ने भी बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार पर निशाना साधा. सुरेजावाल ने पीपीपी को परेशानी का सबब बताया. वहीं कुमारी शैलजा ने इसे आम नागरिकों के जी का जंजाल बताया उन्होंने कहा कि 105 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला बीजेपी-जेजेपी सरकार नाकामयाबी है. इसके अलावा किरण चौधरी ने कहा कि परिवार पहचान पत्र  की 90 प्रतिशत आईडी गलत बनी हुई हैं. इतना हौसला कहां से लाते हैं?


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