Moose Wala Murder Case: सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल की गई गाड़ियों में से एक में तेल की रसीद मिली, जिससे पुलिस ने अपराध में शामिल चार निशानेबाजों की पहचान की है. मुख्य आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से करीब दो दिन की कड़ी पूछताछ के बाद पंजाब पुलिस को यह सफलता मिली है.
'द ट्रिब्यून' की एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस द्वारा पहचान किए गए आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है. न ही आधिकारिक तौर पर हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा करने का दावा किया है. पहचाने गए चार में से दो शूटर पहले से ही दिल्ली पुलिस द्वारा पहचाने गए आठ आरोपियों की सूची में हैं.
पंजाब पुलिस के अनुसार चारों शूटरों में प्रियव्रत और अंकित दोनों सोनीपत के थे. वहीं मोगा के मनु कुश और अमृतसर के जगरूप सिंह उर्फ रूपा हैं. इनमें से प्रियव्रत और जगरूप की तस्वीरें पहले से ही दिल्ली पुलिस के हवाले से सोशल मीडिया पर थीं.
दरअसल इस तेल की रसीद को एक बोलेरो कार से बरामद किया गया, जिसके बारे में माना जा रहा है कि इसका इस्तेमाल अपराध में किया गया था. एडीजीपी एजीटीएफ ने कहा कि बाद में इसे घटना स्थल से लगभग 13 किलोमीटर दूर ख्याला गांव के पास छोड़ दिया गया था.
29 मई को दो व्यक्तियों- गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह (चचेरे भाई) के साथ अज्ञात लोगों ने मूसेवाला की गोली मारकर हत्या की थी. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तेजी से कार्रवाई करते हुए हत्यारों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए एडीजीपी (एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स-एजीटीएफ) की देखरेख में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. मामले में एक महत्वपूर्ण सुराग हरियाणा के फतेहाबाद में एक पेट्रोल पंप की 25 मई की रसीद की बरामदगी थी.
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