Punjab News: पंजाब के मलेरकोटला जिले से हिंदू-मुस्लिम एकता और सौहाद्र की मिसाल पेश करने वाला एक मामला सामने आया है. जिले के एक सिख परिवार ने गांव के मुस्लिम समुदाय को मस्जिद बनाने के लिए जमीन दान की है. उमरपुरा गांव के पूर्व सरपंच सुखजिंदर सिंह नोनी और उनके भाई अवनिंदर सिंह ने मस्जिद बनाने के लिए 5.5 बिस्वा जमीन दी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मलेरकोटला जिला पंजाब का एकमात्र ऐसा जिला है जहां मुस्लिम आबादी काफी ज्यादा है, क्योंकि 1947 में विभाजन के बाद यह लोग भारत में ही रहे और पाकिस्तान नहीं गए. सुखजिंदर सिंह ने कहा कि गांव में मुस्लिम समुदाय के पास पूजा स्थल नहीं है, इसलिए उनके परिवार ने मस्जिद के लिए जमीन देने का फैसला लिया है.
'नमाज पढ़ने के लिए दूसरे गांवों में जाना पड़ता था'उन्होंने बताया कि हमारे गांव में करीब 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है और उन्हें नमाज पढ़ने के लिए दूसरे गांवों में जाना पड़ता है. अब जब गांव में मस्जिद बन रही है तो मुस्लिम समुदाय के लोग भावुक हो गए और बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार ने यहां के मुस्लिम समुदाय से वादा किया था कि उनके पास एक मस्जिद होगी, इसलिए मैंने और मेरे भाई ने यह जमीन दान कर दी.
जमीन की कीमत करीब 7-8 लाख रुपयेउन्होंने आगे बताया कि इस जमीन की कीमत करीब 7-8 लाख रुपये है. वहीं 12 जनवरी को पंजाब के शाही इमाम मोहम्मद उस्मान रहमान लुधियानवी ने समुदाय के सदस्यों की मौजूदगी में मस्जिद की पहली ईंट रखी. इस मौके पर शाही इमाम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग इस मस्जिद में नमाज अदा करेंगे, लेकिन उनकी प्रार्थनाओं का पुरस्कार उन सिख परिवारों को मिलेगा जिन्होंने इस मंदिर के लिए अपनी जमीन दान की है.
कांग्रेस नेता स्मित सिंह ने कहा कि इस सिख परिवार ने अपने इस फैसले के माध्यम से प्रेम और मानवता का संदेश दिया है. बता दें अन्य सिख ग्रामीणों ने भी मस्जिद के निर्माण में योगदान दिया है, जिनमें तेजवंत सिंह ने दो लाख रुपये का दान दिया. जबकि रविंदर सिंह ग्रेवाल ने एक लाख रुपये दिए हैं.