Punjab Farmers Rail Roko Andolan: पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के बैनर तले किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 'रेल रोको आंदोलन' की शुरुआत की है. किसानों ने अमृतसर के देवी दास पुरा स्थित रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करते हुए रेल रोको आंदोलन गुरुवार (28 सितंबर) दोपहर से शुरू किया. किसानों की केंद्र सरकार से मांग है कि वह न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए समिति का गठन करे. इसके अलावा प्रदर्शन के दौरान के दौरान जिन किसानों पर केस दर्ज किये गये हैं, उसे समाप्त कर दिया जाये.
रेल रोको आंदोलन के दौरान किसानों ने मांगी की है कि आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई है, उनके परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए. दोपहर बाद शुरू हुए इस आंदोलन में किसानों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को उचित मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं. प्रदर्शन में शामिल एक किसान ने पूरे देश के किसानों के एकजुट होने का दावा करते हुए कहा कि अगर किसी ने पंजाब के किसानों के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की, तो इस आंदोलन में हरियाणा के किसान भी शामिल होंगे.
तीन दिनों तक चलेगा रेल रोको आंदोलइससे पहले किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के जनसल सेक्रेट्री सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया को बताया कि गुरुवार (28) से शुरू हुआ ये आंदोलन तीन दिनों तक चलेगा. रेल रोको आंदोलन पूरे पंजाब में चलाया जाएगा. इसकी शुरुआत अमृतसर-दिल्ली को जोड़ने वाली रेल लाइन पर देवीदास पुरा के पास से शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के दौरान किसान के कई मुद्दों को सरकार के सामने उठाया जायेगा, जिनमें एमएसीप गारंटी, दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस लेने और इस दौरान मृतक किसानों के साथ लखीमपुरी के आंदोलन के में मृतकों को मुआवजा दिलाने की मांग है.
रेल यात्रियों को असुविधा के लिए सरकार जिम्मेदारइसके अलावा उत्तर भारत में बाढ़ से जो नुकसान हुआ है, उसके लिए सरकार विशेष रुप से 50 करोड़ रुपये राहत पैकेज की घोषणा करे, साथ में मजदूर किसानों का कर्ज माफ करे. सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि तीन दिनों तक चलने वाले इस आंदोलन से रेल यात्रियों को असुविधा हो सकती है. उन्होंने कहा कि हमने रेल रोको आंदोलन की घोषणा एक महीने पहले ही की थी, लेकिन सरकार ने हमें बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया. इसलिए यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन हमारी आय तो दोगुनी नहीं हुई उल्टा पेस्टिसाइड, खाद, डीजल-पेट्रोल सहित खेती के कई सामानों के दाम बढ़ गये हैं. ऐसे में हमारे पास केंद्र सरकार के नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करने अलावा कोई चारा नहीं है.
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