Punjab Politics: राज्यसभा में केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरोध के मुद्दे पर कांग्रेस हाईकमान ने सोमवार को पंजाब कांग्रेस (Congress) सो बातचीत की. दरअसल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग (Amarinder Singh Raja Wedding) की अगुवाई में पार्टी नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और महासचिव केसी वेणुगोपाल (K. C. Venugopal) के साथ बैठक में कहा कि, कांग्रेस को अध्यादेश का समर्थन नहीं करना चाहिए. वहीं पूर्व पंजाब अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्ध ने कहा कि, जहां वैचारिक मतभेद होता है, वहां गठबंधन नहीं होता.
राजा वडिंग बोले, पंजाब में आप सरकार पुलिस और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर हमारे नेताओं को जेल भेज रही है. ऐसे में उनका साथ देने पर कैडर पर बुरा असर पड़ेगा. पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि, संसद में आप का समर्थन करना पंजाब में अपने कैडर की बलि देने जैसा है. वहीं प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि, हमने अपनी राय दे दी है, फैसला हाईकमान को लेना है.
आप का साथ देने का सवाल ही पैदा नहीं होता- आशू
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू बोले, हमने एक लाइन का एजेंडा हाईकमान के सामने रख दिया है. आप का साथ देने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. गौरतलब है कि अजय माकन, संदीप दीक्षित और सुखजिंदर सिंह रंधावा पहले ही कह चुके हैं कि आप का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए. कांग्रेस के नेताओं ने यहां तक कहा कि अगर पार्टी अध्यादेश का विरोध करती हैं तो वहीं गलती दोहराई जाएगी जैसा की दिल्ली में आप पार्टी का समर्थन करके सरकार बनाने को लेकर की गई थी. हालांकि बैठक में पार्टी के एक नेता ने संविधान की भावनाओं का हवाला देते हुए अध्यादेश का विरोध करने की बात भी की.