पंजाब के पटियाला में काली माता मंदिर के पास दोपहर में दो धार्मिक समूहों के कार्यकर्ताओं में आपस में हिंसक झड़प हुई. जिसमें पत्थर भी चले और इस दौरान पुलिस के जवान भी घायल हो गए. झड़प के बाद से स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी और भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया. इस हिंसा पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दुख जताया है, भगवंत मान ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया. सीएम मान ने ट्वीट करते हुए लिखा- पटियाला में दो पक्षों के बीच हुई झड़प बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने डीजीपी से बात की है, इलाके में शांति बहाल कर दी गई है. हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे. पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है.
जानकारी के अनुसार एक संगठन ने पुलिस पर रोकने पर पथराव किया तो दूसरे ने पुलिस पर तलवार से हमला किया. बताया जा रहा है कि दोनों संगठन जुलूस निकालना चाह रहे थे लेकिन इनको पुलिस ने अनुमति नहीं थी. इसके बावजूद इन लोगों ने जुलूस निकाला और फिर दोनों पक्ष फव्वारा चौक पर आमने सामने आ गए जिसके बाद दोनों तरफ से पथराव हुआ. इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस की तरफ से एक एसएचओ और पुलिस के तीन-चार जवान घायल हुए हैं.
इस घटना को लेकर डीएसपी ने कहा कि यहां कानून व्यवस्था की समस्या को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी गई है. हम शिवसेना के प्रमुख हरीश सिंगला से बात कर रहे हैं क्योंकि उनके पास मार्च की अनुमति नहीं थी. बताया जा रहा है दूसरा ग्रुप खालिस्तानी समर्थक हैं, शिवसेना के जुलूस के समय खालिस्तान समर्थक सिख तलवारें लहराते हुए सड़क पर आ गए थे.