पंजाब की सत्ता फिर हासिल करने की जी-तोड़ कोशिश कर रही शिरोमणि अकाली दल ने अपने अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. अकाली दल ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए बसपा से समझौता किया है. इस समझौते के तहत अकाली दल 97 और बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अकाली ने दल ने अपने 97 में से 91 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं.
पिछले चुनाव में आप से पिछड़ गया था अकाली दल
अकाली दल ने पिछला चुनाव बीजेपी के साथ लड़ते हुए 15 सीटों पर सिमट गई थी. कृषि कानून के मुद्दे पर उसने बीजेपी से अपना गठबंधन तोड़ लिया था. पिछला चुनाव अकाली दल ने 94 सीटों पर लड़ा था. उसने बीजेपी को 23 सीटें दी थीं. इस बार अकाली दल 97 और बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
अकाली दल ने जिन 91 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं, उनमें से 42 नाम ऐसे हैं, जो पिछला चुनाव भी लड़े थे. इनमें से 18 उम्मीदवार अपने चुनाव क्षेत्र में तीसरे नंबर पर रहे थे. वहीं इनमें से कम से कम 20 उम्मीदवार ऐसे थे, जो 1000 हजार से भी कम वोट से हारे थे. पहली बार पंजाब में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने 2017 में अकाली दल को पछाड़ दिया था. उसने अकाली दल को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हथिया लिया था.
सुखबीर सिंह बादल ने बीते दिन जिन 91 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की, उनमें से 46.1 फीसदी उम्मीदवार पिछला चुनाव हार गए थे. वहीं 19.7 फीसदी उम्मीदवार अपने क्षेत्रों में तीसरे नंबर पर थे.
किन नेताओं की सीटें बदली गई हैं?
अकाली दल ने पिछले चुनाव के अपने कुछ उम्मीदवारों की सीटें इस बार बदल दी हैं. इस बार उन्हें दूसरी सीटों से चुनाव लड़ाया जाएगा. प्रकाश चंद्र गर्ग ने पिछला चुनाव संगरूर से लड़ते हुए तीसरे नंबर पर रहे थे. इस बार उन्हें धुरी से उम्मीदवार बनाया गया है. भुच्चो मंडी (सुरक्षित) से चुनाव लड़े हरप्रीत सिंह को मलोट (सुरक्षित) से उम्मीदवार बनाया गया है. मलकीत सिंह ने पिछला चुनाव बाबा बाकला (सुरक्षित) से लड़ा था. इस बार उन्हें जोंदिला (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं पिछला चुनाव निहाल सिंह वाला (सुरक्षित) से लड़ने वाले एसआर केलर को जागरण (सुरक्षित) से उम्मीदवार बनाया गया है.
एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह लोंगोवाल ने पिछला चुनाव सुनम से लड़ा था. वहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार उन्हें लाहरागागा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. जनमेजा सिंह सेखों पिछला चुनाव मोर सीट पर हार गए थे. अब उन्हें जीरा से उम्मीदवार बनाया गया है. दर्शन सिंह कोटफट्टा मलोट से हार गए थे. इस बार उन्हें भुच्चो मंडी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं प्रकाश सिंह भट्टी 2017 में बल्लुआना से हार गए थे. इस बार उन्हें बठिंडा (ग्रामीण) से उम्मीदवार बनाया गया है.
अकाली दल ने अभी तक अपने कोटे की 6 सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं. इसमें लांबी सीट भी शामिल है. इस सीट का प्रतिनिधित्व प्रकाश सिंह बादल करते हैं.