Kashmir Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की ओर से उठाए गए सख्त कदमों के तहत अल्पकालिक वीजा पर आए पाकिस्तान के नागिरकों को वापस उनके देश भेजा रहा है. इस बीच एक पाकिस्तानी नागरिक ने कराची जाते वक्त अपना दर्द सुनाया. साथ ही उन्होंने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए
अटारी में पाकिस्तानी नागरिक ने कहा, ''हम दिल्ली आए थे और अब कराची में अपने घर वापस जा रहे हैं. हम अपने ससुराल आए थे. 45 दिन का वीजा मिला था. पहलगाम में जो भी हुआ वह गलत हुआ और ऐसा नहीं होना चाहिए था. इसकी सजा सभी को भुगतना पड़ रहा है. ये बहुत बुरा हुआ और ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दें.''
पाकिस्तानी नागरिक का दर्द
जब उनसे पूछा गया कि आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार के फैसले को आप किस तरीके से देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा, ''पीएम मोदी साहब ने सही किया लेकिन एक चीज इसमें गलत हुई है. वो ये गलत हुई है कि मेरी पत्नी इंडियन है, हम उनको छोड़कर आए तो ये नहीं होना चाहिए. उनको जाने की इजाजत दो. कोई ऐसा रास्ता निकाला जाए ताकि ऐसे लोग इसमें न पिसें.''
'एंबेसी बंद होने से लोगों को नुकसान'
उन्होंने ये भी कहा, ''मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं. एक बच्चा पैरालाइज्ड है, उसको लेकर आना और मां को छोड़कर आना. बच्चे पूरे रास्ते रोते-रोते आए हैं तो ये नहीं होना चाहिए. जो इस तरह के परिवार हैं तो उनको इजाजत हो कि वो जा सकें और वहां से आ सकें. एंबेसी बंद होने से ऐसे लोगों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है.''
'हमला करने वालों की वजह से पूरी कौम बर्बाद'
पासपोर्ट के सवाल पर पाकिस्तानी नागरिक ने कहा, ''मेरी पत्नी को वहां अभी नागरिकता नहीं मिली है, ये है कि जल्दी ही मिल जाएगी. ऐसा नहीं है कि नागरिकता नहीं मिलेगी.'' उन्होंने एक बार फिर कहा कि पहलगाम में जो हुआ वो बिल्कुल गलत हुआ. पाकिस्तानी नागरिक ने कहा, ''कोई भी आम आदमी कभी भी नहीं चाहेगा कि दूसरा इंसान मारा जाए. तो ये चीजें गलत हैं. जो लोग ऐसा काम कर रहे हैं, उनको कड़ी सजा मिलनी चाहिए क्योंकि उनकी वजह से पूरी कौम बर्बाद हो रही है.''
अब हमारा क्या कसूर था- पाकिस्तानी नागरिक
उन्होंने सवाल किया, ''अब हमारा क्या कसूर था? या उनलोगों का क्या कसूर था जो परेशान होकर वहां से आ रहे हैं या यहां से जा रहे हैं. हमला करने वालों को छोड़ना नहीं चाहिए, उनको तो ऐसी सजा मिले कि वो याद रखें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साहब से एक गुजारिश है कि जैसे मेरी पत्नी को आने में परेशानी हो रही है, तो वो इस बात को समझें. उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं. मां से बिछड़ना बहुत तकलीफदेह है.''