पंजाब के जालंधन में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक रमन अरोड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी जबरन वसूली के मामले में की गई है. अब पुलिस विधायक रमन अरोड़ा को कोर्ट लेकर पहुंची है.
रमन अरोड़ा को एक दिन पहले ही पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में भ्रष्टाचार के केस में जमानत मिली थी. विजिलेंस ब्यूरो ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था. हालांकि, कोर्ट में उन्हें इस केस में राहत मिल गई थी. इसके एक दिन बाद ही रामा मंडी पुलिस ने उन्हें दूसरे मामले में अरेस्ट कर लिया है.
नाभा जेल से बाहर आने के बाद पुलिस ने उन्हें दूसरे जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. इसको लेकर एक निजी संस्थान ने एफआईआर 30 अगस्त को फाइल की थी.
बेटे पर भी हुआ था केसविधायक को 23 मई को गिरफ्तार किया गया था. उनके साथ नगर निगम के सहायक नगर योजनाकार सुखदेव सिंह और निरीक्षक हरप्रीत कौर सहित अन्य अधिकारियों को भी भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था. विजिलेंस ब्यूरो ने उनके बेटे के खिलाफ पहले ही केस दर्ज कर लिया है. उन्हें अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई है.
आप विधायक रमन अरोड़ा और एटीपी सुखदेव विशिष्ट की ज़मानत याचिका हाई कोर्ट में लगी थी और दोनों को एक साथ ज़मानत मिल गई. अदालत ने रमन अरोड़ा और सुखदेव विशिष्ट को पक्के तौर पर ज़मानत दे दी है. वहीं, फिलहाल राजू मदान की जमानत पर अदालत बाद में फैसला सुनाएगी.
कौन हैं आप विधायक रमन अरोड़ा?रमन अरोड़ा पंजाब की जालंधर सेंट्रल सीट से आप के विधायक हैं. 54 वर्षीय रमन अरोड़ा को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. आरोप था कि रमन अरोड़ा ने फर्जी नोटिस जारी कर बड़े स्तर पर लोगों के पैसे ठगे.
आम आदमी पार्टी ने जालंधर सेंट्रल विधायक रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दावा किया. आप की ओर से कहा गया था कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. आम आदमी पार्टी के अंदर भी कोई कानून से ऊपर नहीं है.