Haryana Political Crisis: हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों के बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद से सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सीएम नायब सिंह सैनी के इस्तीफे की मांग की है. इसके बाद बीजेपी हुड्डा और चौटाला परिवार को घेर रही है. इसी बीच बीजेपी नेता जवाहर यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि चौटाला और हुड्डा परिवार किसी अन्य व्यक्ति को हरियाणा के सीएम के रूप में बर्दाश्त नहीं कर सकता.


बीजेपी नेता जवाहर यादव ने आगे कहा कि पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा खट्टर सरकार का उपहास उड़ाते थे, जो ट्वीट करके भी बताया था उन्होंने कहा था कि खट्टर-पट्टर कहां से आये हैं, इनको हरियाणा से भगा देंगे. आज एक पिछड़े वर्ग का व्यक्ति हमारा प्रतिनिधित्व करता है आज उन्हें ये नहीं पच रहा है. अगर वे कहते हैं कि सरकार अल्पमत में है तो वे अपने विधायकों का हस्ताक्षर पत्र राज्यपाल को सौंपे, फिर फ्लोर टेस्ट पर आने की मांग करें. लेकिन, ये पिछड़ों का अपमान कर रहे हैं.


‘इन्हें लगता था खट्टर साहब जाएंगे तो हम आएंगे’
जवाहर यादव ने कहा कि इनको ये लगता था कि खट्टर साहब जाएंगे तो ये आएंगे, ये इनकी गलतफमी थी जो दूर हो गई. लेकिन, जब पिछड़ों को हक मिला कि इनका व्यक्ति भी मुख्यमंत्री बन सकता है तो हुड्डा और चौटाला परिवार को पचता नहीं है, क्योंकि इनको अपने अलावा दूसरा व्यक्ति मुख्यमंत्री पद पर बर्दाश्त नहीं है.


मनोहर लाल खट्टर की भी आई प्रतिक्रिया
दुष्यंत चौटाला और कांग्रेस की ओर से राज्यपाल को पत्र लिखने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा कि विपक्ष को जो लिखना है लिखने दीजिए. अगर वो फ्लोर पर आएंगे और 33(विधायकों) में से 23 को भी संभाल कर रख लें तो बड़ी बात होगी. ऐसा नहीं है कि वे ही कुछ कर सकते हैं. हमारे भी संबंध कांग्रेस और JJP के लोगों से हैं. अभी अविश्वास प्रस्ताव की कोई संभावना नहीं बनती लेकिन अगर संभावना बनती है तो फ्लोर टेस्ट होगा.


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