Haryana News: हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद अब सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. दो गुटों में झड़प के बाद यहां कर्फ्यू भी जारी है. बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी बड़ा फैसला लेते हुए नूंह में CRPF की दंगा-रोधी इकाई आरएएफ (RAF) को स्थापित करने के लिए जमीन की मंजूरी दी थी. जबकि केंद्र सरकार की तरफ से पांच साल पहले ही सीआरपीएफ की दंगा-रोधी इकाई आरएएफ की नई बटालियन को नूंह में लगाने की मंजूरी दे दी थी, लेकिन आरएएफ की नई बटालियन को जमीन देने के लिए हरियाणा सरकार ने 5 साल लगा दिए.
नूंह में कर्फ्यू पर क्या बोले लोग?
नूंह जिले में लगाए गए कर्फ्यू को लेकर स्थानीय लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं. एक स्थानीय महिला का कहना है कि जब राशन का सामान खरीदने की बात आती है तो हमें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चारों ओर डर का माहौल है. हम बच्चों को बाहर नहीं भेज रहे हैं. हमें रात में भी बहुत डर लगता है, पता नहीं क्या हो जाएगा. वहीं एक अन्य स्थानीय व्यक्ति का कहना है, 'मैं सब्जियां बेचने का काम करता हूं, लेकिन पिछले 2-3 दिनों से बिक्री प्रभावित हुई है. अगर ग्राहक नहीं आएंगे, तो हम गुजारा कैसे करेंगे. चूंकि सब्जियां लेने कोई नहीं आ रहा है तो सब्जियां खराब हो रही हैं, हम बहुत परेशान हैं.'
सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर
नूंह हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है. प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए तीन सदस्यों की एक समिति बनाई गई है. ये समिति 21 जुलाई से लेकर 31 जुलाई के बीच फेसबुक, टवीटर, व्हाट्सएप प्लेटफार्म पर हुई गतिविधियों की भी स्कैनिंग करेगी. अगर इस दौरान किसी के द्वारा उत्तेजनात्मक पोस्ट की गई होगी तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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