Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में गणेश उत्सव कार्यक्रम की आज से शुरुआत हो गई है. यह कार्यक्रम 6 दिन तक चलेगा इसमें सुबह गणेश जी की पूजा अर्चना होगी और शाम के समय रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. गणेश उत्सव का कार्यक्रम राष्ट्रमंडल द्वारा हर साल कराया जाता है. महाराष्ट्र मंडल द्वारा गणेश उत्सव कार्यक्रम 30 साल से कराया जा रहा है. इस बार 31 वीं बार कार्यक्रम का आयोजन करवाया जा रहा है.


31वीं बार हो रहा है गणेश उत्सव का आयोजन
गुरुग्राम में 31 साल पहले महाराष्ट्र मंडल द्वारा गणेश उत्सव कार्यक्रम बहुत छोटे स्तर पर कराया गया. गुरुग्राम के सेक्टर 14 सामुदायिक भवन से शुरुआत की गई थी. उसके बाद गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 2 में भी गणेश उत्सव कार्यक्रम कराया गया. लेकिन गणेश उत्सव कार्यक्रम के दौरान वहां पर लोग ज्यादा आ गए और वहां पर बैठने तक की जगह नहीं मिली. उसके बाद गुरुग्राम के सेक्टर 27 के सामुदायिक भवन में गणेश उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. गणेश उत्सव कार्यक्रम के दौरान शाम को रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन होता है. 


मिट्टी से बनाई गई गणपति की मूर्ति 
पर्यावरण को बचाने का संदेश देने के लिए इस बार गणेश जी की मूर्ति मिट्टी से बनाई गई है. इसी सोच के साथ मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में महाराष्ट्र के लोग गणेश उत्सव मनाते हैं. पर्यावरण के अनुकूल काम करते हुए वे महाराष्ट्र से मिट्टी की गणेश जी की प्रतिमा लाते हैं. यहां कृत्रिम तालाब में मूर्ति का विसर्जन करके उस पानी को पौधे, पार्कों में उपयोग करते हैं.


गणेश उत्सव की हुई शुरुआत
हर साल की तरह इस साल भी गुरुग्राम में गणेश उत्सव की धूम शुरू हो गई है. डीएलएफ फेज-4 के सामुदायिक केंद्र में गणपति बप्पा को विराजमान कराया गया है. 19 से 24 सितम्बर तक चलने वाले गणेश उत्सव में धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विधि-विधान से गणेश पूजन किया जाएगा.


गुरुग्राम में रहते है करीब साढ़े 3 हजार महाराष्ट्रीयन
गुरुग्राम में रह रहे साढ़े 3 हजार से अधिक महाराष्ट्रीयन गणेश पूजा में लग गए हैं. सार्वजनिक गणेशोत्सव समिति के उपाध्यक्ष शांता राम कहते हैं कि 30 साल से गुरुग्राम में गणेश जी की धूमधाम से पूजा होती है. गणेश उत्सव को बड़े पैमाने पर मनाने का मकसद भी यही है कि सभी समुदाय एक साथ आए और अपने त्योहार मनाएं. सभी के यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाते हैं. हरियाणा, महाराष्ट्र की संस्कृतियों को यहां मिलकर प्रदर्शित किया जाता है. 


19 से 24 सितंबर तक मनाया जाएगा गणेशोत्सव
शुभारंगी माड़ेकर कहती हैं कि गुरुग्राम में 30 साल पहले गणेशोत्सव की शुरुआत करने वाली टीम में वे शामिल रही हैं. पहले सेक्टर-14 में यह उत्सव छोटे पैमाने पर मनाया जाता है. जैसे-जैसे महाराष्ट्र के लोग बढ़ते गए तो इसे बड़े स्तर पर मनाया जाने लगा. हिंदी, मराठी मिलकर इस त्योहार को मनाते हैं. गणेश उत्सव के दौरान 158 कुंडीय हवन-यज्ञ भी किया जाता है. इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों का भी पूरा सहयोग मिलता है. 19 से 24 सितंबर तक मनाए जा रहे गणेशोत्सव के पहले दिन गणेश जी की प्रतिमा को स्थापना कर दी गई. शाम को महाआरती, हरिकीर्तन किया गया. दूसरे दिन मुंबई से कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा. इसके बाद कवि सम्मेलन, संगीत कार्यक्रम, हास्य कार्यक्रम, महायज्ञ और अंतिम दिन 24 सितम्बर को प्रतिमा का विसर्जन होगा. 


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