Gurgram News: गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर-109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी (Chintels Paradiso Society) में गुरुवार देर रात टावर डी फ्लोर की कुल 4 बालकनी अचानक  गिर गईं. हालांकि टावर डी पहले से ही बंद है और आसपास के एरिया को जिला मजिस्ट्रेट गुरुग्राम के आदेश के अनुसार नवंबर 2022 से बंद कर दिया गया है.  इसलिए बालकनी का छज्जा गिरने के समय आसपास कोई भी नहीं रह रहा था इसलिए जानमाल की हानि नहीं हुई.

छज्जे के अचानक गिरने से और टावरों में रह रहे लोगों में दहशत का माहौल हो गया है. 2022 में 10 फरवरी को इसी टावर डी की 6 मंजिलें ढह गई थीं.  जिसमें 2 लोगों की मौत भी हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद आईआईटी दिल्ली द्वारा संरचना ऑडिट रिपोर्ट में टावर्स डी ई एफ जी और एच को रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया गया था. जिसके बाद से यह टावर खाली है. इसीलिए किसी की जान माल का नुकसान नहीं हुआ.  फ्लैट मालिकों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित आवास मुहैया कराए गए थे. जबकि 10 फरवरी 2022 को 6 मंजिलों के ढहने पर टॉवर डी को तुरंत खाली कर दिया गया था और फ्लैट मालिकों को गुरुग्राम प्रशासन की और से  वैकल्पिक सुरक्षित आवास दिए गए थे.  कुछ लोग अभी भी सोसाइटी में रह रहे हैंचिंतल पैराडाइज सोसायटी में रहने वाले राकेश हुड्डा ने बताया कि  जून 2023 में टावर ई और एफ को खाली करा लिया गया था. टावर जी और एच को भी खाली कराने के आदेश जारी किए गए थे लेकिन टावर जी में लगभग 4 परिवार और टावर एच में 10 परिवार अभी भी पुनर्वास के अभाव में रहने को मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि जबकि बिल्डरों ने बायबैक की पेशकश की थी, इन अयोग्य घोषित टावरों डी, ई, एफ, जी और एच से कुल 288 में से प्रभावित फ्लैट मालिकों की एक बड़ी संख्या ने इसका विकल्प नहीं चुना है.  पेशकश की गई धनराशि समान संपत्तियों के लिए चल रहे बाजार के रेट से काफी कम है. सोसाइटी में रहने वाले फ्लैट मालिकों ने बिल्डर से बात की और कहा कि आप दोबारा से इनको बनाए ताकि हम वापस अपने फ्लैट में शिफ्ट हो सके. (राजेश यादव की रिपोर्ट)

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