Delhi Farmers Protest: किसान आंदोलन का सोमवार को 21वां दिन है. खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी है. इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान यहीं (खनौरी और शंभू बॉर्डर) पर रहेंगे, हम अपने ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों के बिना आगे नहीं बढ़ेंगे. हमने दिल्ली की ओर मार्च करने का अपना फैसला नहीं बदला है. हम तब तक इंतजार करेंगे जब तक सरकार सड़कें फिर से नहीं खोल देंती.


‘जब तक केंद्र सरकार रास्ते नहीं खोलती हम यहीं बैठेंगे’
सरवन सिंह पंधेर ने आगे कहा कि जिस तरह से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार डिक्टेट कर रही है. जिस तरह से निहत्थे लोगों पर बुलेट चलाई जा रही है. बुलेट के रिस्क की वजह से हम आगे नहीं बढ़ेंगे और तब तक यहां बैठेंगे जब तक केंद्र रास्ते नहीं खोल देता. जिन राज्यों से ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं आ सकते. उन राज्यों को हमने बोल दिया है कि 6 मार्च को रेलवे, बसों या किसी अन्य वाहनों का उपयोग करके किसान दिल्ली पहुंचे. तो हम सरकार का ये नरेटिव भी पूरी दुनिया के सामने रख देंगे. या तो सरकार बयान दे कि अन्य राज्यों से आने वाले लोग है वो जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण धरना लगा लें. अगर सरकार नहीं आने देगी तो हम देश के सामने ये बात रखेंगे कि कि सवाल ट्रैक्टर-ट्रॉली का नहीं है. सवाल है कि वो हमें देश की राजधानी में घुसने नहीं देना चाहते.


‘हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर कोई कानून नहीं’
सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आज तक के इतिहास में किसी भी आंदोलन में ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया गया. लेकिन हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर किसानों के ऊपर ड्रोन के जरिए आंसू गैस के गोले दागे गए. पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर को पाकिस्तान-चीन के बॉर्डर जैसा बना दिया गया है. उन बॉर्डरों पर फिर भी तार होते है यहां तो दीवारें खड़ी कर दी गई. वहीं भारत-चीन और भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर पर फिर भी कानून होते है लेकिन पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर कोई कानून नहीं चलता.      


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