Punjab Election 2022: पंजाब की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस मुश्किल में नज़र आ रही है. कांग्रेस के सात बड़े नेता बागी होकर मैदान में हैं. कांग्रेस हालांकि अब डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस पार्टी उन नेताओं को मनाने की कोशिश करेगी जो कि पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. 

अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस इन नेताओं से पर्चा वापस लेने की अपील करेगी. हालांकि अगर फिर भी ये निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस इन खिलाफ सख्त कार्रवाई भी कर सकती है. कांग्रेस पार्टी उन नेताओं को नोटिस भेजेगी जो कि 4 फरवरी तक अपना नॉमिनेशन वापस नहीं लेंगे. 

चरणजीत सिंह चन्नी बरनाला में डैमेज कंट्रोल करने में कामयाब रहे हैं. बरनाला से टिकट नहीं मिलने पर नाराज हुए कंवल सिंह ने चन्नी की अपील को मान लिया है. कंवल सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा नहीं भरा. इसके अलावा बटाला राजिंदर सिंह बाजवा के बेटे रवि नंदन बाजवा ने भी पर्चा नहीं भरा है. 

दिग्गज नेता हुए बागी

जिन बड़े नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया है उनमें सुनान से दमन बाजवा, बस्सी पटाना से मनोहर सिंह, सुल्तानपुर लोढी से राणा इंदर प्रताप सिंह, खादौर साहिब से हरपिंदर सिंह, भदौर से मंजीत कौर, लुधियाना वेस्ट से केके बाजवा का नाम शामिल है.

बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया एक फरवरी को समाप्त हो गई. चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों को नॉमिनेशन वापस लेने के लिए चार फरवरी तक का वक्त दिया है.

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