Chandigarh News: आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने दद्दू माजरा डंप साइट (Daddu Majra Dumpsite) में 7.7 लाख मीट्रिक टन कचरे के उपचार के लिए चंडीगढ़ प्रशासन (Chandigarh Administration) द्वारा प्रस्तुत 28.5 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है. UT प्रशासन के अनुसार, इस पहल से चंडीगढ़ के निवासियों को बीमारियों और कचरे (Garbage) की दुर्गंध से राहत मिलने की उम्मीद है और यह सुनिश्चित होगा कि शहर जल्द ही 5-star कचरा मुक्त होने की राह पर है.

चंडीगढ़ ने जीता है बेस्ट परफॉर्मिग यूटी का खिताबस्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के तत्वावधान में वर्ष 2021 में कचरा मुक्त शहरों के लिए हाल ही में संपन्न स्टार रेटिंग आकलन में चंडीगढ़ को 1-स्टार कचरा मुक्त के रूप में प्रमाणित किया गया है. इसे सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज 2021 में 'बेस्ट परफॉर्मिग यूटी' जीतकर 'मैनहोल को मशीन होल' में बदलने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए भी मान्यता मिली है. दशकों तक शहर का कचरा दद्दू माजरा डंप साइट तक जाता था, जिसमें अब लगभग 7.7 लाख मीट्रिक टन विरासत कचरा होने का अनुमान है.

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आठ एकड़ भूमि में पड़ा है कचरा स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के हिस्से के रूप में यूटी ने मिशन अवधि के भीतर 'लक्ष्य शून्य डंप साइट' प्राप्त करने का संकल्प लिया है और दद्दू माजरा के हिस्से के रूप में 8 एकड़ भूमि में पड़े 7.7 लाख मीट्रिक टन कचरे को हटाने की चुनौती ली है. चंडीगढ़ के सबसे बड़े और एकमात्र डंप साइट की जमीन का मूल्य लगभग 80 करोड़ रुपये है और अब डंप साइट को पूरी तरह से ठीक करने और शहर के निवासियों को स्वस्थ भविष्य देने के प्रयास चल रहे हैं.

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