Punjab News: पंजाब में शिक्षा के माध्यम से सकारात्मक बदलाव की पटकथा लिखी जा रही है. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के विजन और शानदार नीतियों से पंजाब में शिक्षा क्रांति की अलख जगाई गई है. पंजाब में अत्याधुनिक सुविधाओं से स्कूलों का नवीनीकरण करना, बच्चों के साथ ही पैरेंट टीचर मीटिंग का आयोजन और पढ़ाई-लिखाई के तरीकों को अपग्रेड करने से पंजाब में सकारात्मक बदलाव आया है.
शिक्षकों को दिलाया जा रहा प्रशिक्षण
बच्चों की पढ़ाई का तरीका बदलने के लिए जरूरी है कि स्कूलों में शिक्षित, प्रशिक्षित अध्यापक मौजूद हों. इसके लिए मान सरकार के प्रयासों की जितनी सराहना की जाए कम है. संभवतः पंजाब देश का अकेला राज्य है, जहां अध्यापकों को बेहतर शिक्षण के प्रशिक्षण के लिए देश के श्रेष्ठ संस्थानों और विदेश के विश्वविद्यालयों में भेजा जा रहा है.
72 अध्यापकों का तीसरा बैच ट्रेनिंग के लिए रवाना
हाल ही में पंजाब से प्राइमरी कैडर के 72 अध्यापकों के तीसरे बैच को फिनलैंड की टुकू यूनिवर्सिटी में 15 दिन के प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है. इसमें ब्लॉक प्राइमरी एजुकेशन ऑफिसर (बीपीईओ), सेंटर हेड टीचर, हेड टीचर और ई.टी.टी. अध्यापक शामिल हैं, जो फिनलैंड के वर्ल्ड क्लास पढ़ाई-लिखाई के तौर तरीकों के बारे में जानेंगे. इसके साथ ही 50 मुख्य अध्यापकों का पांचवां बैच इसी साल दिसंबर में आईआईएम अहमदाबाद में लीडरशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होगा.
सैकड़ों शिक्षकों और प्रिंसिपल को मिली ट्रेनिंग
शिक्षकों को बेहतरीन संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाने की मान सरकार की इस शानदार नीति के चलते फिनलैंड से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अध्यापकों की कुल संख्या 216 हो जाएगी. आंकड़ों की बात करें, तो पंजाब में 234 प्रिंसिपलों और शैक्षणिक प्रबंधकों को सिंगापुर में उन्नत प्रबंधन और अकादमिक नेतृत्व संबंधी प्रशिक्षण दिया जा चुका है. वहीं 199 हेडमास्टर्स ने आईआईएम अहमदाबाद में अपने रणनीतिक और प्रबंधकीय कौशल को निखारा है.
पंजाब में मानक अनुरूप शिक्षा दे रही मान सरकार
फिनलैंड की यूनिवर्सिटी और आईआईएम जैसे संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षक मास्टर ट्रेनर के रूप में काम करेंगे. यह ट्रेनिंग के दौरान प्राप्त जानकारी और कौशल को पंजाब के विभिन्न सरकारी स्कूलों में अपने सहकर्मी अध्यापकों तक पहुंचाएंगे. इससे शिक्षा प्रणाली में पढ़ाई लिखाई को और बेहतर करने में मदद मिलेगी.
पंजाब की शिक्षा क्रांति का असर राज्य के हर सरकारी स्कूल के क्लासरूम में दिख रहा है. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. पढ़ाई-लिखाई के साथ ही ये बच्चे कौशल प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहे हैं.
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