Punjab News: किसान आंदोलन के बाद भी पंजाब में खेती किसानी का मुद्दा काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है. पिछले साल खराब मौसम और कपास में गुलाबी सुंडी आने की वजह से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने उन किसानों को मुआवजा दिया है जिनकी कपास खराब हो गई थी. इसके साथ ही भगवंत मान ने कहा है कि भविष्य में किसी प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन पूरा होने से पहले किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. 


भगवंत मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि फसल नुकसान के आकलन की लंबी और परेशानी भरी प्रक्रिया के बाद खाद्य उत्पादकों को मुआवजा मिलता है. उन्होंने कहा कि इसे उलट दिया जाएगा और अब किसानों को मूल्यांकन से पहले मुआवजा मिलेगा, जैसा कि दिल्ली में पहले से ही किया जा रहा है.


मान ने कहा कि यह एक बोझिल प्रक्रिया के बाद मुआवजा पाने के लिए किसानों के अनुचित उत्पीड़न को रोकने में सहायक होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मालवा पट्टी में किसानों की कपास की फसल सफेद और गुलाबी कीड़ों के हमले के कारण नहीं, बल्कि खराब गुणवत्ता वाले बीज और कीटनाशकों की आपूर्ति के कारण हुई है, जो इस भारी नुकसान के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है.


आप पर है दबाव


भगवंत मान ने इस संबंध में गहन जांच की घोषणा की और कहा कि किसानों को इन नकली बीजों और कीटनाशकों की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि असली दोषी तत्कालीन सरकार थी, जिसने किसानों को खराब बीज और कीटनाशकों की आपूर्ति की.


बता दें कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों की हालत सुधारने को लेकर बड़े वादे किए हैं. आम आदमी पार्टी के ऊपर अब इन सारे वादों को पूरा करने का भारी दबाव है.


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