Lok Sabha Elections 2024: 'वारिस दे पंजाब' चीफ अमृतपाल सिंह ने पंजाप की खडूर लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है. वो इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेगा. अमृतपाल सिंह अभी डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद है. पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने शुक्रवार को 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह की ओर से दायर याचिका का निपटारा कर दिया. अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के लिए सात दिनों की पेरोल की मांग की थी.


पंजाब सरकार ने कोर्ट को सूचित किया था कि यह निरर्थक है. अमृतपाल सिंह ने 9 मई को नामांकन फॉर्म और अन्य कागजी कार्रवाई के दो सेट भरा था और फिर हस्ताक्षर किया था.


इससे पहले उसने खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के लिए 7 दिनों के लिए अस्थायी रिहाई की मांग करते हुए गुरुवार (9 मई) को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का रुख किया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही मामला जस्टिस विनोद एस भारद्वाज की बेंच के सामने सुनवाई के लिए आया, पंजाब के डिप्टी एडवोकेट जनरल अर्जुन श्योराण ने हाईकोर्ट को बताया कि डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल अधीक्षक से प्राप्त टेलीफोनिक निर्देशों के आधार पर, “नामांकन फॉर्म और अन्य कागजी कार्रवाई के दो सेट” 9 मई, 2024 को बंदी की ओर से भरा गया और उस पर हस्ताक्षर भी किया गया.''


रिपोर्ट के मुताबिक डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल अधीक्षक प्रत्याशी के लिए हैंडबुक, 2023 सहित कानून के प्रावधानों के अनुसार बंदी को शपथ दिलाएंगे और शपथ की प्राप्ति के लिए प्रमाण पत्र जारी करेंगे और शपथ का मूल फॉर्म रिटर्निंग ऑफिसर खडूर साहिब, पंजाब को भेजेंगे. रिटर्निंग ऑफिसर के सामने नामांकन फॉर्म जमा करने के बाद बंदी द्वारा अनुरोध किए जाने पर शपथ दिलाई जाएगी.


इससे पहले न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह के हवाले से बताया था कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्होंने कहा कि अगर यह चुनाव लड़ना संगत का फैसला है तो वह अपना फैसला बदल देंगे. बता दें कि अमृतपाल सिंह अभी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं. 


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