Punjab News: पंजाब में अजनाला थाने पर हुए हमले को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जहां एक तरफ पंजाब की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये जा रहे है घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में थाने पर हमले के आरोपी साफ दिखाई दे रहे है. लेकिन फिर भी पुलिस उन आरोपियों की पहचान सार्वजनिक नहीं कर रही है. वही श्री अकाल तख्त साहिब के विरोध के बाद दमदमी टकसाल भी अमृतपाल सिंह के विरोध में उतर आई है.

  


दमदमी टकसाल भी आई अमृतपाल सिंह के विरोध में 
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह ने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए जिस तरह श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को ढाल बनाया था, उसकी जांच लेकर जहां श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा एक जांच कमेटी बनाई गई है. जो घटना की जांच करने में जुटी है. ये कमेटी 15 दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करने वाली है. वही अब  श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को ढाल बनाने को लेकर ही दमदमी टकसाल ने नाराजगी जाहिर की है. दमदमी टकसाल के जत्थेदार अमरीक सिंह अजनाला ने कहा है कि अमृतपाल सिंह ने अपने साथी को छुड़ाने के लिए जो किया है वो सिख मर्यादा के विरुद्ध है. इसके लिए सिख संगठनों को अमृतपाल के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. 


‘दमदमी टकसाल प्रमुख ने दी सफाई’
अमृतसर में मीडिया से बातचीत करते हुए दमदमी टकसाल के जत्थेदार अमरीक सिंह ने कहा कि उनपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने डेरा ने वरिंदर सिंह को अमृतपाल के खिलाफ शिकायत करने के लिए उकसाया था. वरिंदर सिंह ना टकसाल का सेवादार नहीं है और ना ही विद्यार्थी है. अमरीक सिंह ने कहा कि वो आज तक वरिंदर सिंह से मिले तक नहीं है. 


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