Haryana News: हरियाणा सरकार भले ही जीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े दावे करती हो मगर हरियाणा में भ्रष्टाचार को लेकर सभी दावे फेल होते नजर आ रहे है. बीती देर रात रोहतक एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रोहतक नगर निगम के ATP यानी कि सहायक शहरी योजनाकार अधिकारी को दस लाख की रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है. जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


20 लाख में तय हुआ था सौदा
एंटी करप्शन ब्यूरो रोहतक ने दस लाख की रिश्वत मामले में ATP जितेंद्र नहेरा और उसके एजेंट आर्किटेक्ट त्रिलोक शर्मा को गिरफ्तार किया है. शिकायतकर्ता एक कॉलोनाइजर है और इस पर जितेंद्र नेहरा की ओर से नौ एकड़ कृषि योग्य जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने के बाद बुडलोजर चलाने का दवाब बना रहा था और शिकायतकर्ता से आरोपी एटीपी द्वारा पहले 40 लाख की डिमांड की गई. लेकिन शिकायत कर्ता ने 40 लाख देने में असमर्थता जताई. तो बाद में दोनों में 20 लाख रिश्वत के रूप में सौदा तय हुआ.


एजेंट आर्किटेक्ट को 10 लाख रुपए 
जिसकी शिकायतकर्ता कालोनिजर (प्रॉपर्टी डीलर) ने एंटी करप्शन ब्यूरो रोहतक में शिकायत दी. एंटी करप्शन ब्यूरो ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर डीएसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई. ACB की टीम ने फोन पर शिकायतकर्ता से पैसे देने को लेकर आरोपी ATP से बात करवाई. आरोपी एटीपी ने पैसे रोहतक शहर के छोटूराम चौक पर एक आर्किटेक्ट त्रिलोक शर्मा को उसके ऑफिस में देने की बात हुई. शिकायतकर्ता दस लाख रुपए लेकर एजेंट आर्किटेक्ट के पास पहुंचा और उसे दस लाख रुपए दे दिए और उसकी बात एटीपी से करवाई की दस लाख रुपए आ गए है.


पुलिस ने ATP और एजेंट को किया गिरफ्तार
जैसे ही एजेंट पैसे गिन रहा था उसे एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद ATP को उसके घर इंद्र प्रस्थ कालोनी से गिरफ्तार कर लिया गया दोनो के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत का मामला दर्ज कर लिया है.  


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