Maharashtra News: सांसद विनायक राउत (Vinayak Raut) ने गुरुवार को यह दावा किया कि एनसीपी नेता अजित पवार (Ajit Pawar) के साथ पार्टी के आठ अन्य विधायकों के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली शिवसेना (Shiv Sena) के विधायकों ने बगावत शुरू कर दी है.  उन्होंने यहां तक दावा किया कि शिंदे गुट से कुछ विधायक मेसेज भेज रहे हैं कि वे 'मातोश्री' से माफी मांगना चाहते हैं.

सांसद विनायक राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ''शिवसेना के कई विधायकों ने कहा है कि अगर 'मातोश्री' उनसे संपर्क करता है तो वे सकारात्मक जवाब देंगे." उधर, शिवसेना के विधायकों का कहना है कि रविवार को अजित पवार के गठबंधन वाली सरकार में शामिल होने के बाद सीएम शिंदे विधायकों की चिंताओं को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने आश्वस्त किया है कि चिंता की कोई बात नहीं है. 

विनायक राउत ने शिवसेना विधायकों के लिए किया यह दावाउधर, विनायक राउत ने कहा कि जिस दिन अजीत दादा सरकार में शामिल हुए, शिंदे गुट के विधायकों ने विद्रोह करना शुरू कर दिया. पश्चिमी महाराष्ट्र, उत्तरी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कई (शिंदे ब्लॉक) विधायकों के मेसेज आने लगे हैं और उनका कहना है कि वे 'मातोश्री' से माफी मांगना चाहते हैं और शिवसेना यूबीटी में जाना चाहते हैं. शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने बुधवार को कहा था कि अजित पवार गुट को मंत्रिमंडल में शामिल करने से बीजेपी और शिवसेना के मंत्री पद के दावेदारों की संभावनाएं धूमिल हो गई हैं  जिससे उनमें से कुछ नाराज भी हैं.

एक साल पहले गिरी थी एमवीए की सरकारबता दें कि पिछले साल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 विधायकों ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था जिससे पार्टी दो हिस्से में बंट गई थी. इसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी और एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. 

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