मुंबई के वसई इलाके से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक मामा ने ही अपनी 16 वर्षीय भांजी को चलती लोकल ट्रेन से धक्का दे दिया. लड़की की मौके पर ही मौत हो गई. इस वारदात ने पूरे इलाके में स्तब्धता फैला दी है.
मृतका की मां, संगीता सोमनाथ सोनार ने वसई रोड रेलवे पुलिस स्टेशन में अपनी बेटी कोमल की मौत को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. संगीता मानखुर्द में अपने दो बच्चों कोमल और 15 वर्षीय बेटे कार्तिक के साथ रहती हैं और पेशेंट केयरटेकर का काम करती हैं.
मामा ने कोमल के मोबाइल से मां को किया फोन
संगीता के अनुसार, 15 नवंबर 2025 को कोमल अचानक घर से निकल गई थी. परिवार ने आसपास और रिश्तेदारों में काफी खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिली. अगले दिन सुबह 16 नवंबर को 8 बजे उन्हें पता चला कि कोमल नालासोपारा में उनके भाई अर्जुन कैलास सोनी (कोमल के मामा) के घर पर है, लेकिन जब उनकी भाभी (कोमल की बड़ी मामी) अंजली उसे लेने पहुंचीं, तो कोमल वहां से गायब थी. आसपास खोजने के बाद भी पता नहीं चलने पर पुलिस में मामला दर्ज कराया गया.
बाद में कोमल के मोबाइल से अर्जुन ने संगीता को फोन कर बताया कि कोमल उसके साथ है. संगीता ने उसे तुरंत कोमल को घर लाने के लिए कहा, लेकिन अर्जुन उसे लेकर नहीं आया. इस बात से संगीता का शक और गहरा गया.
फर्स्ट क्लास कोच के दरवाजे पर खड़े होकर कर रहे थे सफर
17 नवंबर 2025 को संगीता को जानकारी मिली कि कोमल भाईंदर में रेल हादसे का शिकार हो गई है. जब वे पुलिस स्टेशन पहुंचीं, तो उनका भाई अर्जुन पुलिस हिरासत में था. पुलिस जांच के अनुसार, कोमल और उसका मामा अर्जुन भाईंदर स्टेशन से 14:05 बजे चर्चगेट–विरार लोकल में चढ़े थे. प्रथम श्रेणी कोच के दरवाजे पर खड़े होकर सफर करते समय मामा अर्जुन ने कोमल को पीछे से धक्का दिया, जिससे वह नायगांव के पास ट्रैक पर गिर गई और सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने धक्का देते देखा
विरार निवासी प्रत्यक्षदर्शी यात्री विक्रम नंदू झा ने घटना को अपनी आंखों से देखा और अन्य यात्रियों की मदद से आरोपी मामा को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. उसका बयान वसई रोड रेलवे पुलिस ने दर्ज कर लिया है.
कोमल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए टेंभा हॉस्पिटल, भाईंदर भेजा गया, जहां संगीता के बड़े भाई कृष्णा कैलास सोनी ने शव की पहचान की।.मामला फिलहाल पुलिस जांच में है.