BMC चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है. उद्धव ठाकरे के करीबी नेता की बहू ने पार्टी तो पहले ही छोड़ दी थी, लेकिन अब वह BJP का दामन थामने जा रही हैं. 

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दरअसल, अभिषेक घोसालकर जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उनकी पत्नी तेजस्वी घोसालकर ने कई बार पार्टी फोरम पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. इसके बावजूद उनकी शिकायतों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया. इसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला लिया. बता दें, तेजस्वी घोसालकर उद्धव ठाकरे के करीबी विनोद घोसालकर की बहू हैं.

2024 में हुई थी अभिषेक घोसालकर की हत्या

तेजस्वी घोसालकर के पति अभिषेक घोसालकर की साल 2024 की शुरुआत में मुंबई के बोरीवली इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रंजिश के तहत फेसबुक लाइवस्ट्रीम के दौरान उन्हें गोली मारी गई थी. गोली मारने वाले 47 वर्षीय मॉरिस नोरोन्हा ने बाद में सुसाइड कर लिया था. अब तेजस्वी बीएमसी चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हो रही हैं.

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उद्धव गुट से क्यों नाराज थीं तेजस्वी घोसालकर?

अपने इस्तीफे में तेजस्वी ने बताया था कि वे स्थानीय नेतृत्व से नाराज थीं. तेजस्वी घोसालकर दहिसर विधानसभा की महिला शाखा की प्रभारी थीं. उन्होंने अपना रेजिग्नेशन ब्लॉक प्रभारी को व्हॉट्सएप पर ही भेज दिया था. जून 2025 में ही तेजस्वी को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाया जा रहा था, लेकिन वो नहीं मानीं. उस दौरान उन्हें मातोश्री भी बुलाया गया था, जहां पार्टी पदाधिकारियों ने मान मनव्वल के प्रयास किए थे. 

तेजस्वी घोसालकर और ससुर में हुए थे मतभेद

साल 2017 में पहली बार पार्षद बनीं तेजस्वी के कुछ सियासी कारणों के चलते अपने ससुर विनोद घोसालकर से मतभेद हो गए थे. साल 2024 के विधानसभा चुनाव में दसिहर से चुनाव लड़ने को लेकर अनबन हुई थी. अंत में विनोद घोसालकर ने खुद इस सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी से हार गए थे. 

इसके बाद बीएमसी चुनाव को लेकर दोनों के बीच का रिश्ता खराब हो गया. तेजस्वी दसिहर के वार्ड-1  से चुनाव लड़ना चाहती हैं, लेकिन विनोद की इच्छा है कि यहां से उनके दूसरे बेटे सौरभ चुनावी मैदान में उतरें. तेजस्वी को दूसरे वार्ड के लिए मनाया जा रहा था.

इन सब अनबन के बीच जब तेजस्वी ने पार्टी आलाकमान से हस्तक्षेप करने की मांग की, तो उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में नाराजगी जताते हुए उन्हें शिवसेना यूबीटी छोड़ दी.