Shiv Sena UBT on ECI: लोकसभा चुनाव 2024 में दूसरे चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के खिलाफ एक बयान दिया था, जिससे सियासी पारा काफी हाई हो गया. बीते रविवार (21 अप्रैल) को पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया और जनसंबोधन के दौरान यह दावा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आ गई तो महिलाओं का मंगलसूत्र भी बांट देगी. पीएम के इस बयान पर कांग्रेस तो भड़की ही, साथ ही सहयोगी पार्टी शिवसेना यूबीटी ने भी नाराजगी जताई.


उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने अपनी पत्रिका सामना के संपादकीय में पीएम मोदी के इस बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए. सामना में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मुस्लिम समुदाय के बारे में बेहद गलत बयान दिए जाने की बात कही गई. इसी के साथ यह दावा भी किया गया कि यह चुनाव बीजेपी के लिए भारी पड़ रहा है, इसलिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं. कांग्रेस के घोषणापत्र में ऐसा कुछ नहीं है. 


शिवसेना यूबीटी ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
सामना में आगे लिखा गया, 'शिकायत पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को नोटिस न जारी कर के बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा को नोटिस जारी किया. चुनाव आयोग का यह तरीका सही नहीं है. अगर प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति जातिगत और धार्मिक द्वेष फैलाने वाले भाषणों के जरिए वोट मांगते हैं तो चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.'


मंगलसूत्र वाले बयान पर पलटवार
सामना में आगे लिखा गया, 'सार्वजनिक सभाओं में महिलाओं के मंगलसूत्र खींचने की बात कहकर आग भड़काई जा रही है. पीएम मोदी के कार्यकाल में ही मंगलसूत्र का अस्तित्व सबसे ज्यादा संकट में था. पीएम मोदी अपने स्वार्थ के लिए पवित्र मंगलसूत्र पर कीचड़ उछाल रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए, लेकिन चुनाव आयोग का न्याय ही उल्टा है. मंगलसूत्र को छेड़ा पीएम मोदी ने और कार्रवाई का डंडा चला जेपी नड्डा पर.'


बीजेपी-कांग्रेस अध्यक्षों को मिला चुनाव आयोग का नोटिस
जानकारी के लिए बता दें कि चुनाव आयोग के पास पीएम मोदी और राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों के खिलाफ शिकायतें आई थीं, जिसके बाद आयोग की ओर से बीजेपी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षों को नोटिस जारी किया गया. चुनाव आयोग ने बीते गुरुवार जेपी नड्डा और मल्लिकार्जुन खरगे को नोटिस जारी किया. ऐसा पहली बार है जब इलेक्शन कमीशन ने आचार संहिता के उल्लंघन मामले में स्टार प्रचारकों की जगह पार्टी अध्यक्षों को नोटिस भेजा है. 


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