राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने 75 साल की उम्र में रिटायरमेंट वाले मुद्दे पर अब नया बयान दिया है. मोहन भागवत ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा कि वे खुद 75 साल की उम्र में रिटायर होंगे या किसी और को रिटायर होना चाहिए. इसको लेकर जब उद्धव ठाकरे से सवाल किया गया तो उन्होंने मोहन भागवत के 3 बच्चे पैदा करने वाले बयान से जोड़ते हुए कहा कि उन्होंने शायद इसलिए यह बयान दिया ताकि बीजेपी में उन्हें बाहर से लोग न लाने पड़ें.

दरअसल, मोहन भागवत ने गुरुवार (28 अगस्त) को कहा था, "जिनका जन्मदर तीन से कम होता है, वो धीरे-धीरे लुप्त हो जाते हैं. इसलिए तीन बच्चे करने चाहिए. यह सब समाज करते हैं." 

मोहन भागवत ने क्या कहा था?दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 साल होने पर एक कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अलग-अलग समाज के शास्त्रों और विज्ञान में यह लिखा है कि तीन बच्चे हों तो आप लुप्त नहीं होंगे. वहीं, डॉक्टर्स ने भी उनसे यह कहा है कि जिन दंपती की समय पर शादी हो जाती है और तीन बच्चे होते हैं, उन सबका स्वास्थ्य अच्छा रहता है. 

'तीन बच्चे होने पर स्वस्थ रहता है परिवार'- मोहन भागवतइसके अलावा, मोहन भागवत ने यह भी दावा कि जिस घर में तीन संतानें होती हैं, वहां तीनों बच्चे एक दूसरे के साथ मिलकर ईगो मैनेजमेंट सीख जाते हैं. इसलिए आगे चलकर उनके पारिवारिक जीवन में सब सही रहता है. उन्होंने कहा, "ये बातें मुझे खुद डॉक्टरों ने बताई हैं. मैं तो जानवरों का डॉक्टर हूं. उधर तो यह विषय ही नहीं है."

मोहन भागवत ने आगे कहा कि अपने देश की पॉलिसी भी औसतन 2.1 बच्चे रिकमेंड करती है, लेकिन 2.1 संतान तो हो नहीं सकती. 2 के बाद तो 3 ही आता है.

'रिटायरमेंट वाले बयान से पलटे मोहन भागवत'- सचिन पायलटइसके अलावा, कांग्रेस के सीनियर नेता सचिन पायलट ने भी मोहन भागवत के रिटायरमेंट वाले नए बयान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "पहले तो भागवत साहब ने बोला था कि 75 पर रिटायरमेंट हो जाना चाहिए. भागवत साहब पर अब कोई दबाव आया है, इसलिए अब 75 साल वाली बात से पलट गए हैं." सचिन पायलट ने आगे कहा, "मोहन भागवत प्रवचन देते हैं और लोगों को भम्रित करते हैं."