Maharashtra News: शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के ठाणे में स्वर्गीय आनंद दिघे की जयंती की पूर्व संध्या पर एक मेडिकल कैंप का उद्घाटन किया. बता दें कि आनंद दिघे एक बेहद लोकप्रिय नेता थे और उन्हें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गुरु माना जाता है. दिघे की लोकप्रियता ने ठाणे की सीट को अविभाजित शिवसेना के लिए सबसे सुरक्षित सीटों में से एक बना दिया था, लेकिन पिछले साल जून में शिंदे के विद्रोह के बाद यह सीट बालासाहेबंची शिवसेना में चली गई. आनंद दिघे की जयंती की पूर्व संध्या पर उद्धव ठाकरे के ठाणे दौरे और वहां मेडिकल कैंप के उद्घाटन को ठाणे में शिवसेना यूबीटी को दोबारा खड़ा करने के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है.


विश्वासघात और दलबदल से बदनाम हुआ महाराष्ट्र- उद्धव


उद्धव ठाकरे ने आनंद मठ में दिघे को पुष्पांजलि भी अर्पित की. बता दें कि आनंद मठ दशकों से शिवसेना के आंदोलन का वास्तिवक केंद्र रहा है.  स मौके पर उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और शिवसेना तोड़कर जाने वाले विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि विश्वासघात और दलबदल के कारण महाराष्ट्र को बदनाम किया गया है.


'असली शिवसैनिक अभी भी हमारे साथ'


उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे इस बात की संतुष्टि है कि मौजूदा खराब स्थिति के बावजूद शिवसेना अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुई है और मुझे इस बात पर गर्व है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने हमें यही सिखाया है कि हमें 80 प्रतिशत सामाजिक कार्य करने हैं और 20 प्रतिशत राजनीतिक कार्य. उन्होंने आगे कहा कि असली शिवसैनिक अभी भी हमारे साथ हैं. ठाकरे ने कहा कि जो लोग शिवसेना को छोड़कर गए उनकी बोली लगाई गई थी. इसलिए हमें दुखी होने की जरूरत नहीं है क्योंकि असली शिवसैनिक अभी भी हमारे साथ हैं.


'विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य से विचलित नहीं हुई शिवसेना'


उद्धव ठाकरे ने आनंद मठ में दिघे को पुष्पांजलि भी अर्पित की. बता दें कि आनंद मठ दशकों से शिवसेना के आंदोलन का वास्तिवक केंद्र रहा है.  इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और शिवसेना तोड़कर जाने वाले विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि विश्वासघात और दलबदल के कारण महाराष्ट्र को बदनाम किया गया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे इस बात की संतुष्टि है कि मौजूदा खराब स्थिति के बावजूद शिवसेना अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुई है और मुझे इस बात पर गर्व है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने हमें यही सिखाया है कि हमें 80 प्रतिशत सामाजिक कार्य करने हैं और 20 प्रतिशत राजनीतिक कार्य. उन्होंने आगे कहा कि असली शिवसैनिक अभी भी हमारे साथ हैं. इस दौरान उनके साथ ठाणे लोकसभा सांसद राजन विचारे और कांग्रेस के विधायक जितेंद्र आव्हाड भी थे.


मुझे आपका खून नहीं, वोट चाहिए- उद्धव ठाकरे


उद्धव ठाकरे ने इसके बाद एक जैन मंदिर में एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया. इस दौरान ठाकरे ने कहा कि वक्ताओं ने पहले उनका परिचय एक अतिथि के रूप में किया था लेकिन वे अतिथि नहीं उन्हीं में से एक हैं. शिवसेना नेता ने कहा कि उनके पिता भी इस मंदिर में कई बार दुआ मांगने के लिए आ चुके हैं. इस अवसर पर इकट्ठा हुए वक्ताओं में से जब एक शख्स ने कहा कि ये लोग आपके लिए खून तक दे सकते हैं, इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें सिर्फ उनका वोट चाहिए.


यह भी पढ़ें: Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे के गढ़ में पहुंचे उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री बोले- 'हर शख्स को अपनी...'