Maharashtra News: महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच शिवसेना-यूबीटी (Shiv Sena- UBT) के नेता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अपने आवास मातोश्री पर बुधवार को बैठक बुलाई. इस बैठक की खास बात यह थी कि इसमें उद्धव ठाकरे ने पार्टी के पूर्व विधायकों को बुलाया था. बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे ने उन्हें निर्देश दिया कि वे लोगों की समस्याओं के समाधान पर काम करें. 

इस बैठक में यह तय हुआ है कि पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे 9 जुलाई से राज्य के दौरे पर निकलेंगे. सूत्र बताते हैं कि उद्धव ठाकरे ने प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर भी नजर बनाई हुई है. बता दें कि इस वक्त राज्य की प्रमुख पार्टी एनसीपी में सिर-फुटौव्वल की स्थिति बनी हुई है. अजित पवार अपने गुट के विधायकों के साथ सरकार में शामिल हो गए हैं. उनका यह दावा है कि 40 से अधिक विधायकों का उन्हें समर्थन हैं. यहां तक कि उन्होंने एनसीपी के चुनाव चिह्न पर भी दावा ठोक दिया है और एनसीपी चीफ शरद पवार को रिटायरमेंट की नसीहत भी दे दी है. 

एनसीपी के संकट के वक्त एकजुट हैं- शिवसेना (यूबीटी)बता दें कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने शरद पवार के गुट के प्रति समर्थन जताया है. पार्टी नेता संजय राउत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि जिस तरह से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी में विभाजन कराया, उससे बीजेपी की साख खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) एनसीपी में संकट की पृष्ठभूमि में कठिन समय में एकजुट है और सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगे. संजय राउत ने आगे हमला तेज करते हुए कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी एनसीपी के भ्रष्टाचार की बात करते हैं और 24 घंटे बाद बीजेपी, एनसीपी में विभाजन कराती है और उन नेताओं को शामिल कर लेती है जिन पर उसने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.'

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