विधानसभा में फोटो सेशन के दौरान उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे आमने-सामने हुए लेकिन दोनों ने एक दूसरे की तरफ देखा तक नहीं. मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री, उपाध्यक्ष नीलम गोरहे, मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और विपक्ष के नेता अंबादास दानवे फोटो सेशन के दौरान पहली पंक्ति में अपनी अपनी कुर्सी पर बैठे थे.

चंद्रेशखर बावनकुले की कुर्सी पर बैठे उद्धव ठाकरे

तभी उद्धव ठाकरे फोटो सेशन के लिए विधानसभा से बाहर आए. नीलम गोरहे ने उन्हें पहली पंक्ति में बैठने के लिए एक कुर्सी दी. इसमें उद्धव ठाकरे और नीलम गोरेह के बीच बातचीत हुई. एकनाथ शिंदे, नीलम गोरहे के बगल में बैठे थे. इसलिए उद्धव ठाकरे उस कुर्सी पर बैठने के बजाय नीलम गोरहे के बगल वाली चंद्रशेखर बावनकुले की कुर्सी पर बैठ गए. ये वीडियो वायरल है.

कैसे शुरू हुई कड़वाहट?

दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे का एक और वीडियो चर्चा में रहा. विधानसभा परिसर में उद्धव ठाकरे और सीएम फडणवीस एक दूसरे से बेहद मैत्रीपूर्ण तरीके से मिले, दोनों ने एक दूसरे का हाथ जोड़कर अभिवादन किया. एकनाथ शिंदे की वजह से ही उद्धव ठाकरे की सीएम की कुर्सी चली गई थी. इसके बाद से दोनों नेताओं के बीच सियासी कड़वाहट पैदा हो गई जो अभी तक जारी है. सीएम फडणवीस और उद्धव ठाकरे भी एक दूसरे के सियासी विरोधी हैं लेकिन जब मुलाकात होती है तो बातचीत जरूर करते हैं.

 

एक दूसरे से बातचीत करते हुए सीएम फडणवीस और उद्धव ठाकरे

जून 2022 में टूट गई थी शिवसेना

जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की पार्टी से अलग होने के फैसला किया. तीन दर्ज से ज्यादा विधायकों ने एकनाथ शिंदे के नेतृ्त्व में अभिवाजित शिवसेना में बगावत कर दी. उद्धव ठाकरे की कुर्सी खतरे में पड़ गई क्योंकि उनके पास सरकार बचाने के लिए बहुमत नहीं बचा. इससे पहले कि उद्धव ठाकरे विधानसभा के फ्लोर टेस्ट में आंकड़ा साबित करते उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था.