Mumbai News: मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने पिछले महीने खुफिया जानकारी के आधार पर अंधेरी इलाके से 5 लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 7 बंदूक और 21 लाइव बुलेट्स बरामद की थी. इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी मुंबई में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए ही आए थे और बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की तरह ही उन्हें मुंबई पहुंचने के बाद टारगेट का नाम बताया जाना था. बाबा सिद्धीकी हत्याकांड में भी शूटरों के मुंबई पहुंचने के बाद उन्हें टारगेट का नाम बताया गया था.

10-10 लाख में डील

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों को वारदात को अंजाम देने के लिए 50 लाख की सुपारी दी गई थी, जिसमें से एक-एक को 10-10 लाख रुपये मिलने थे. हालांकि यह सुपारी किस गैंग और गैंगस्टर ने दी थी, उसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.

क्राइम ब्रांच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों को हथियारों के साथ मुंबई पहुंचने को कहा गया था. वहां पहुंचने के बाद उन्हें होटल में रूम किराए पर लेकर रुकने के निर्देश था.

कैसे हुआ पर्दाफाश?

मुंबई पहुंचने के बाद उन्हें वारदात को अंजाम देने के लिए भेजने वाली गैंग की तरफ से टारगेट का नाम बताया जाना था, लेकिन उसके पहले ही एंटी एक्टॉर्शन सेल के अधिकारियों की सतर्कता के चलते पूरे प्लान का पर्दाफाश हो गया और आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए.

सूत्रों की मानें तो आरोपियों के आने और मुंबई में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की टिप एंटी एक्टॉर्शन के एक अधिकारी को ही गोपनीय सूत्रों से मिल गई थी. सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के निशाने पर मुंबई का एक बड़ा व्यवसायी ही था, लेकिन उसके नाम का खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है, क्योंकि आरोपियों को मुंबई में आने के कुछ दिन बाद टारगेट का नाम बताया जाना था.

इसके पीछे पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के होने के बात सामने आई थी, लेकिन क्राइम ब्रांच ने बाद में आधिकारिक तौर पर इससे इनकार कर दिया था. हालांकि आरोपी किसी गैंगस्टर के कहने पर ही बड़ी वारदात को अंजाम देने आए थे, इसका खुलासा हुआ था. आरोपियों के मोबाइल से कई अहम सबूत भी क्राइम ब्रांच को मिले हैं.

आपको बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम सुमित कुमार दिलावर, विकास ठाकुर, देवेंद्र सक्सेना, श्रेयांश यादव और विवेक कुमार गुप्ता है.