Maharashtra Local Body Election: महाराष्ट्र में इस साल होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर शिवसेना (UBT) तैयारी में जुट गई है. पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज (20 जून) अपनी पार्टी के जिला प्रमुखों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में 29 महानगरपालिकाओं, 32 जिला परिषदों, 336 पंचायत समितियों और 248 नगर परिषदों के चुनावों की तैयारियों पर चर्चा की गई. बैठक में ठाकरे ने जिला इकाइयों को निर्देश दिया कि वे जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करें और चुनावी तैयारियों में जुट जाएं.
चुनावों से पहले वार्ड परिसीमन एक महत्वपूर्ण चरण- अनिल परबपार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब ने पीटीआई को बताया कि उद्धवजी ने सभी जिला अध्यक्षों से कहा है कि वे मतदाता सूची संशोधन और वार्डों के सीमांकन की प्रक्रिया पर करीबी नजर रखें. परब के अनुसार, “चुनावों से पहले वार्ड परिसीमन एक महत्वपूर्ण चरण है और पार्टी नहीं चाहती कि किसी प्रकार की गड़बड़ी या बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाली रणनीति इसमें लागू हो.” बैठक में न सिर्फ जिला अध्यक्ष बल्कि संपर्क प्रमुख और अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी भी शामिल हुए.
बीजेपी से डरने की कोई जरूरत नहीं है- विनायक राउतपार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद विनायक राउत ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना है कि स्थानीय निकाय चुनावों में शिवसेना (UBT) को अकेले लड़ना चाहिए, लेकिन अंतिम निर्णय उद्धव ठाकरे ही लेंगे. उन्होंने कहा कि बैठक में उद्धव ठाकरे ने जिला नेताओं को स्थानीय स्तर पर समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन करने के फैसले लेने की छूट दी है. साथ ही स्पष्ट किया कि "बीजेपी से डरने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे बीजेपी या उसके सहयोगियों को फायदा पहुंचे. हम उन्हें हरा सकते हैं."
इससे पहले दिन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने संकेत दिए कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए)– जिसमें एनसीपी (एसपी), कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं– मिलकर स्थानीय चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती है. हालांकि शिवसेना (UBT) की अंदरूनी बैठकों से संकेत मिल रहा है कि पार्टी फिलहाल अकेले लड़ने के विकल्प को प्राथमिकता दे रही है, लेकिन अंतिम फैसला रणनीतिक स्तर पर गठबंधन की संभावनाओं के साथ लिया जाएगा.