Sanjay Nirupam on Marathi Language Controversy: मुंबई के मीरा रोड इलाके में मराठी भाषा को लेकर एक नया विवाद सामने आया है. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने एक फेरीवाले से सिर्फ इसलिए मारपीट की क्योंकि उसने मराठी बोलने से मना कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें MNS के कार्यकर्ता फेरीवाले को थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं. इस मुद्दे पर अब राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं.
ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए- संजय निरुपम
शिवसेना (शिंदे गुट) के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने अपने ट्विटर पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, "महाराष्ट्र में रहनेवाले सभी लोगों को मराठी में संवाद करना चाहिए, यह आग्रह उचित है, परंतु इसके लिए गुंडागर्दी और मारपीट सर्वथा अनुचित है." उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपील की कि 'ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए, अन्यथा महाराष्ट्र नगर पालिका चुनावों तक गैरमराठी लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.'
क्या है मामला?बता दें कि मुबंई के मीरा रोड इलाके में बीती रात (30 जून) राज ठाकरे की पार्टी MNS के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने हिंदी न बोलने पर उत्तर भारतीय से आने वाले फेरीवाले की खुलेआम पिटाई की जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल भी हो गया.
वायरल वीडियो में देखा गया था कि एक ग्राहक जब दुकानदार से मराठी में बात करने के लिए बोलता है तो दुकानदार उसे मना कर देता है और कहता है कि वह उत्तर प्रदेश से है, उसे मराठी भाषा नहीं आती है. तब ग्राहक उसे मराठी सीखने को कहता है और मराठी न सीखने पर दुकान बंद करने की धमकी भी देता है.
एक ऐसा ही मामला कुछ दिन पहले मुबंई के घाटकोपर इलाके से सामने आया था, जहां पर एक छोटे से फरसान की दुकान पर काम करने वाले आदमी को मराठी न बोलने पर बहुत ताने सुनाए गए और साथ ही साथ उसे दुकान बंद करने और मारपीट की भी धमकी दी गई थी. इस घटना का भी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था.