Maharashtra Politics: चुनाव आयोग ने आज उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट को तगड़ा झटका दिया है. आयोग ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट को असली शिवसेना (Shiv Sena) के रूप में मान्यता देते हुए, उसे तीर-कमान का चुनाव चिह्न आवंटित करने का आदेश दिया है. इसी के साथ अब महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट के बीच शिवसेना का नाम और उसका चुनाव चिह्न को लेकर चली आ रही लड़ाई पर विराम लग गया है.
राज ठाकरे ने शेयर किया ऑडियो
इसी बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे का एक ऑडियो ट्वीट किया है. ऑडियो शेयर करते हुए उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा, "बालासाहेब द्वारा दिया गया शिवसेना का विचार कितना सही था, आज हम एक बार फिर जानते हैं..."
इस ऑडियो में बाल ठाकरे कह रहे हैं, "पैसा आता है और जाता है. पैसा जाएगा तो वापस कमा लिया जाएगा, लेकिन एक बार नाम गया तो कभी वापस नहीं आएगा. इसलिए नाम बड़ा करो. नाम ही सब कुछ है."
यह बालासाहेब ठाकरे के विचारों की जीत- सीएम शिंदे
वहीं महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने चुनाव आयोग के फैसले को बालासाहेब ठाकरे के विचारों की जीत बताया है, जबकि उद्धव ठाकरे गुट ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है. बता दें कि पिछले साल जून में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर शिवसेना के कुछ विधायकों और सांसदों को तोड़कर बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बना ली थी और मुख्यमंत्री बन गए थे. इसी बीच दोनों ने शिवसेना के नाम और उसके चुनाव चिह्न पर अधिकार को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था.
मामले पर फैसला आने तक चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को पार्टी के प्रतीक के रूप में दो तलवार और ढाल के साथ बालासाहेबंची शिवसेना नाम दिया था जबकि उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना और मशाल चुनाव चिह्न दिया था. आज लगभग आठ महीने बाद चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है.
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