Shiv Sena In Maharashtra: शिवसेना का चुनाव चिन्ह और नाम शिंदे गुट को आवंटित किए जाने के बाद से महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है. चुनाव आयोग के इस फैसले पर लगातार शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट में बयानबाजी का दौर जारी है, जहां गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि चुनाव आयोग ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया वहीं उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के इस फैसले को 'राजनीतिक हिंसा' करार दिया है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना ने मंगलवार को अहम बैठक बुलाई है. मुंबई में शाम 7 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलायी गई है. महाराष्ट्र में जारी सियासी हलचल के बीच सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा उद्धव ठाकरे गुट
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना का चुनाव चिह्न और नाम आवंटित किए जाने के बाद चुनाव आयोग को भंग करने की मांग की. शिवसेना पार्टी के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े ने सोमवार को चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
सीएम शिंदे बोले- 'मैं उनकी आलोचना का जवाब काम से दूंगा' मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राजनीति का स्तर कितना भी नीचे क्यों न हो, महाराष्ट्र की जनता समझदार है. वे सही समय पर जवाब देंगे. सीएम ने कहा ''मैं स्तर नहीं छोडूंगा, नीची भाषा में निंदा करने वालों को करने दीजिए. जितना वे आलोचना करेंगे, मैं काम से जवाब दूंगा. वे जो कुछ भी कहेंगे, हम काम से जवाब देंगे. हम महाराष्ट्र के समग्र विकास के लिए दिन-रात काम करेंगे. वे लोग जितना आरोप लगाते हैं, मैं उससे दस गुना अधिक करूंगा."
संजय राउत ने क्या कहा?
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों ने यह दावा किया था कि बीजेपी के साथ 25 वर्षों के गठजोड़ में उनकी पार्टी (शिवसेना) को काफी नुकसान पहुंचा, उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद ढाई साल में अपनी पार्टी को खत्म होते देख लिया. फडणवीस का यह बयान उद्धव के इस दावे के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी से 25 वर्षों के अपने गठजोड़ के दौरान शिवसेना को काफी नुकसान पहुंचा था.