Kashmir Terror Attack: शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवरा ने देश में राष्ट्रवाद और देशद्रोह को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आज भारत में 2 तरह के लोग हैं, एक तरफ राष्ट्रवादी, जो देश के हित में बात करते हैं और दूसरी तरफ देशद्रोही, जो पाकिस्तान के समर्थन में आगे आते हैं. देवरा ने साफ कहा कि ऐसे लोग जो पाकिस्तान का समर्थन करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें देश से बाहर निकाल देना चाहिए.
26/11 पर भी कुछ लोगों ने पाकिस्तान का बचाव किया- मिलिंद देवरादेवरा ने पुराने घटनाक्रमों को याद करते हुए कहा कि 26/11 के हमले के दौरान भी कुछ लोगों ने पाकिस्तान का बचाव करने की कोशिश की थी. उन्होंने अफसोस जताया कि कुछ लोगों की आदत रही है कि जब भी पाकिस्तान भारत पर हमला करता है, वे या तो किताबें विमोचन कर पाकिस्तानी छवि सुधारने का प्रयास करते हैं या फिर शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल उठाते हैं. देवरा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह मानसिकता देश के खिलाफ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
सांसद ने आगे कहा कि भारत के हित में बात करने वाले राष्ट्रवादी लोग ही देश की असली ताकत हैं. वहीं, जो लोग पाकिस्तान के समर्थन में बयान देते हैं, वे देशद्रोही हैं और उनके खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी है. देवरा ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे लोगों को तीन बार बाहर बिठाया गया, ताकि यह संदेश जाए कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है.
मिलिंद देवरा ने शिवसेना-UBT पर साधा निशाना
उन्होंने 26/11 हमले को याद करते हुए कहा कि वह हमला सिर्फ मुंबई पर नहीं, पूरे देश पर हुआ था. उस समय पूरा देश एकजुट था, लेकिन आज भी कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ में बंधकर पाकिस्तान का समर्थन करने की कोशिश कर रहे हैं. देवरा ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिवसेना (UBT) का ऑल पार्टी मीटिंग में अनुपस्थित रहना यह दर्शाता है कि उनका राष्ट्रहित को लेकर दृष्टिकोण क्या है, जिसे जनता भली-भांति समझती है.
मिलिंद देवरा ने जोर देते हुए कहा कि मौजूदा समय में राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार कर केंद्र सरकार का समर्थन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग आज भी पाकिस्तान समर्थक रुख अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए.
विजय वडेट्टीवार पर मिलिंद देवरा ने बोला हमला
इसके अलावा देवरा ने कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार के बयान को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा भारतीयों की हत्या की जाती है, तो महाराष्ट्र के पूर्व विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार की पहली प्रवृत्ति पाकिस्तान का बचाव करने की होती है, ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने दावा किया था कि 26/11 के दौरान हेमंत करकरे की मौत पाकिस्तानी गोलियों से नहीं हुई थी. कोई आश्चर्य नहीं कि भारतीय विपक्ष को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हैं.
बता दें कि विजय वडेट्टीवार ने पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि आतंकवादियों के पास इतना समय नहीं कि वह धर्म पूछकर मारे.