एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के जन्मदिन पर रविवार (27 जुलाई) को मातोश्री में मुलाकात के बाद प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है. दोनों के बीच गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बीच शिंदे गुट की नेता मनीषा कायंदे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने 5 जुलाई की रैली का जिक्र करते हुए कहा कि राज ठाकरे ने गठबंधन को लेकर उस समय कोई साफ संकेत नहीं दिए थे. बीएमसी का चुनाव आएगा तो देखा जाएगा कौन किसके साथ है.
मुंबई में मीडिया से बातचीत में शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने कहा, ''5 जुलाई को आपने देखा होगा कि एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे का मुद्दा मराठी भाषा था, जबकि उद्धव ठाकरे का मुद्दा था महानगरपालिका. दोनों में अंतर था. बाद में राज ठाकरे ने गठबंधन को लेकर कोई भी संकेत नहीं दिए और अभी चुनाव में वक्त है तो उस समय देखा जाएगा कि कौन किसके साथ जा रहा है, लेकिन इतना निश्चित है कि महायुति में शामिल तीनों पार्टियां- शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार जी की एनसीपी, हम साथ में चुनाव लड़ने वाले हैं.''
राज ठाकरे ने मातोश्री जाकर भाई को दी जन्मदिन की बधाई
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से रविवार को मुलाकात कर उन्हें उनके 65वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं. राज ठाकरे दादर स्थित अपने आवास शिवतीर्थ से उद्धव ठाकरे के बांद्रा स्थित आवास मातोश्री पहुंचे थे. उद्धव ने अपनी पार्टी के सांसद संजय राउत के साथ मुंबई स्थित मातोश्री बंगले के एंट्री गेट पर अपने चचेरे भाई का गर्मजोशी से स्वागत किया.
- राज ठाकरे आखिरी बार करीब 6 साल पहले मातोश्री गए थे
- राज ठाकरे 6 साल पहले उद्धव परिवार को अपने बेटे अमित ठाकरे की शादी में आने का निमंत्रण देने गए थे
- करीब 13 साल पहले भी राज ठाकरे मातोश्री गए थे, जब शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की तबीयत बिगड़ गई थी.
- 5 जुलाई 2025 को मुंबई के आजाद मैदान में संयुक्त रैली में राज और उद्धव ठाकरे शामिल हुए
बीएमसी चुनाव में गठबंधन के संकेत!
इस दौरान राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को लाल गुलाब का एक बड़ा गुलदस्ता भेंट किया. राज ठाकरे इससे पहले जब कभी मातोश्री गए तो कोई न कोई बहुत जरूरी वजह रही थी लेकिन इस बार अपनी स्वेच्छा से उद्धव ठाकरे को जन्मदिन की बधाई देने के लिए मातोश्री पहुंचे. राजनीति गलियारों में माना जा रहा है कि भविष्य में दोनों भाई एकजुट होंगे. बीएमसी के चुनाव भी जल्द होने वाले हैं. कहा जा रहा है कि दोनों भाई एकजुटता का परिचय देते हुए इस चुनाव में साथ में उतरेंगे.
5 जुलाई को ठाकरे ब्रदर्स ने मंच किया था साझा
इससे पहले 5 जुलाई को मुंबई में आयोजित संयुक्त रैली में ठाकरे ब्रदर्स शामिल हुए थे और एकजुट होने के संकेत दिए थे. इस दौरान उद्धव ठाकरे ने साफ तौर से कहा था कि वो और MNS प्रमुख साथ बने रहने के लिए एकजुट हुए हैं. देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार की ओर से हिंदी भाषा को लेकर जारी जीआर वापस लिए जाने के बाद विजय रैली आयोजित की गई थी, जिसमें करीब 20 साल बाद ठाकरे ब्रदर्स ने कोई सियासी मंच शेयर किया था.