Maharashtra News: महाराष्ट्र की महायुति सरकार में हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. जब से सरकार बनी है तब से किसी न किसी बात पर शिवसेना की नाराजगी देखने को मिल रही है. वहीं अब एक बार फिर शिंदे गुट के नेताओं के नाराज होने की खबर है.
दरअसल, शिवसेना के विधायक और नेताओं की सुरक्षा कमी कर दी है गई है, जिससे शिवसेना में नाराजगी है. शिवसेना विधायक और नेताओं को वाई कैटेगरी की सुरक्षा थी. वहीं अब शिवसेना विधायकों की सुरक्षा के लिए सिर्फ एक ही पुलिस कर्मचारी रहेगा.
इसलिए घटाई सुरक्षाएक अधिकारी ने उनके नाम का खुलासा किए बिना बताया कि सरकार में बदलाव के मद्देनजर कुछ राजनीतिक नेताओं की सिक्योरिटी को घटा दिया गया है. बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में, अधिकांश राजनीतिक नेताओं को पहले की तरह समान खतरे की धारणा नहीं है. अधिकारी ने आगे बताया कि इसे देखते हुए, उनके सुरक्षा कवर को कम कर दिया गया है.
खतरे को देखते हुए बढ़ाई गई थी सुरक्षाबता दें कि साल 2022 में एकनाथ शिंदे गुटे के खेमे में शामिल होने वाले कुछ बागी शिवसेना विधायकों को उनके लिए खतरे को देखते हुए बढ़ी हुई सुरक्षा प्रदान की गई थी. उन्होंने कहा कि शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार (जून 2022-नवंबर 2024) में मंत्रियों के रूप में, उनमें से कुछ को 'वाई' कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी.
उन्होंने कहा कि प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की खतरे की धारणा का आकलन करना राज्य पुलिस का एक नियमित अभ्यास है और उन्हें खुफिया रिपोर्टों के आधार पर सुरक्षा प्रदान की जाती है.
इनकी बढ़ाई गई सिक्योरिटीवहीं पुलिस अधिकारियों ने सोमवार (17 फरवरी) को कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके दो डिप्टी को छोड़कर महाराष्ट्र के सभी कैबिनेट सदस्यों और राज्य मंत्रियों को उनके खतरे की समीक्षा के बाद एस्कॉर्ट वाहनों के साथ वाई-प्लस सुरक्षा प्रदान की गई है.
ये भी पढ़ें
NCP प्रमुख अजित पवार की तबीयत बिगड़ी, CM देवेंद्र फडणवीस ने फोन कर जाना हाल