Maratha Reservation: शरद गुट के विधायक ने MSP और मनोज जरांगे आंदोलन की SIT जांच पर बड़ा बयान दिया है. एनसीपी (एससीपी) विधायक सुनील भुसारा का कहना है, "राज्य सरकार ने कपास, धान और सोयाबीन पर एमएसपी नहीं दिया है और किसान राज्य में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन फसलों के लिए अच्छे दाम दिए जाने चाहिए." मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन की एसआईटी जांच पर उन्होंने कहा, ''मनोज जरांगे पाटिल ने कल माफी मांगी. वह एक आम आदमी हैं जो गरीबों के लिए लड़ रहे हैं. उनके और सीएम के खिलाफ एसआईटी जांच कराना अच्छी बात नहीं है. डिप्टी सीएम को ऐसा नहीं करना चाहिए."


किसानों के मुद्दे पर शरद गुट का मोदी सरकार पर हमला
कुछ दिन पहले भी शरद गुट ने किसानों के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला था. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले केंद्र पर निशाना साधते हुए, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने पूछा था कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक स्वर्गीय डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन द्वारा अनुशंसित एमएसपी को लागू क्यों नहीं कर रही है, जिन्हें हाल ही में भारत रत्न, सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया था. 


राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा, “वर्तमान किसानों का विरोध शुरू हुए दो सप्ताह से अधिक समय हो गया है. सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने और अपनी मांगें रखने से रोका जा रहा है. उन्होंने 2020-21 में भी विरोध प्रदर्शन किया और कई लोगों की जान जाने के बाद, सरकार ने किसानों की मांग के अनुसार तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया."


क्रैस्टो ने कहा, "अगर बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार वास्तव में डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न देने में विश्वास करती है, तो उन्हें किसानों को वह एमएसपी भी देना चाहिए जो वह चाहते थे."


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