Maharashtra News: शरद पवार की पार्टी को बड़ा झटका लगने जा रहा है. एक और वरिष्ठ नेता उनकी पार्टी छोड़ने वाले हैं. विधान परिषद सदस्य सतीश चव्हाण शिरडी में हो रहे एनसीपी के अधिवेशन में शामिल हुए . विधान परिषद में सतीश चव्हाण की विधायकी रद्द करने के लिए विधानमंडल को दिया गया पत्र एनसीपी ने वापस ले लिया है. एनसीपी की ओर से विधानमंडल को दिए गए पत्र से सतीश चव्हाण के पार्टी में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है.
विधायक सतीश चव्हाण 18 जनवरी को अजित पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल होंगे. विधानसभा चुनाव से पहले सतीश चव्हाण अजित पवार का साथ छोड़कर शरद पवार के साथ चले गए थे. उस समय विधायक सतीश चव्हाण को छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था. एनसीपी ने यह निलंबन वापस ले लिया है और अजित पवार शनिवार को फिर से पार्टी में शामिल होंगे.
एनसीपी ने वापस लिया निलंबन
एनसीपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा, ''सतीश चव्हाण को महायुति सरकार की छवि खराब करने के उद्देश्य से पार्टी विरोधी रुख अपनाने के लिए 15 अक्टूबर, 2024 को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. सतीश चव्हाण ने 13 जनवरी 2025 को एनसीपी-एसपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के मिशन और नीति पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह ईमानदारी से काम करेंगे. ऐसे में उनका 6 साल का निलंबन वापस लिया जाता है.''
सतीश चव्हाण का राजनीतिक अनुभवसतीश चव्हाण मैकेनिकल इंजीनियरिंग से स्नातक हैं. 1977 से उन्होंने स्वर्गीय वसंतराव काले के साथ विभिन्न आंदोलनों में काम किया. वह 1984 से राजनीति में सक्रिय हैं. 2008 से, वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से मराठवाड़ा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने सरकार की विभिन्न समितियों के सदस्य के रूप में भी काम किया है. उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय की प्रबंधन परिषद के सीनेट सदस्य के रूप में भी काम किया है.
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