Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के बीच सियासी हलचल भी तेज होती जा रही है. इस बीच एनसीपी एसपी प्रमुख शरद पवार ने सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने महायुति पर निशाना साधते हुए कहा, लोकसभा चुनाव में उन्हें लगा उनके गठबंधन को भारी बहुमत मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब उन्हें लाड़ली बहन लाना पड़ा. उन्होंने राजनीतिक फायदे के लिए ये सब किया.

उन्होंने कहा, "लाडली बहन स्कीम मतलब एक हाथ से देना और दूसरे हाथ से लेना है. महंगाई बढ़ गई है, जनता त्रस्त है फिर चाहे ये जितने पैसे दें जनता परिवर्तन चाहती है. इसलिए मुझे लगता है इलेक्शन में कुछ बदलेगा. महिलाओं की बात करने वाले ये नहीं बताते की पिछले दो साल में 63 हजार महिला अत्याचार के मामले दर्ज हुए हैं. हर एक घंटे में पांच महिलाओं पर अत्याचार होता है. किसान आत्महत्या महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा है."

पीएम मोदी पर कसा तंजवहीं इस बार पीएम मोदी द्वारा उनपर टिप्पणी न किए जाने पर शरद पवार ने कहा, "यह मेरे लिए चिंता का विषय है कि पीएम मोदी ने इस बार मुझ पर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं. पिछले चुनाव में जब मोदी आए और मेरी आलोचना की तो हमारी सीटें बढ़ गईं. इसलिए मैं उन्हें निमंत्रण देता हूं कि मोदी जी आप महाराष्ट्र आएं और मुझपर टिप्पणी करें, ताकि हमारी सीटें बढ़ सकें."

"मुझे लगाता है कि उनके किसी सलाहकार ने उनसे कहा होगा कि महाराष्ट्र में शरद पवार पर टिप्पणी न करें. लेकिन राहुल गांधी और अन्य नेताओं पर वो रोज नए आरोप लगा रहे हैं. जैसे प्रधानमंत्री के पद का हमें सम्मान करना चाहिए. इसी तरह उन्हें विपक्ष के नेता के पद का सम्मान करना चाहिए. मोदी आते हैं और राहुल गांधी की आलोचना करते हैं. लोगों को ये पसंद नहीं आता."

बैठक अडानी के घर हुई थी- शरद पवारशरद पवार ने देवेंद्र फडणवीस के बयानों को लेकर कहा, "देवेंद्र फडणवीस क्यों ऐसा बोल रहे हैं ये मुझे नहीं पता, लेकिन मुझे अच्छे से याद है कि बैठक अडानी के घर हुई थी लेकिन उस बैठक में अडानी मौजूद नहीं थे. हालांकि. बैठक में कौन-कौन था ये सबको पता है और बैठक में क्या हुआ ये मैं बता चुका हूं."

इसके अलावा उन्होंने 2014 में बीजेपी को समर्थन देने पर कहा, "हमने बिना मांगे समर्थन नहीं दिया था. शिवसेना बीजेपी के साथ थी. हम यह देखना चाहते थे कि क्या शिवसेना बीजेपी से अलग हो सकती है? क्या हम उन्हें अलग कर सकते हैं? इसलिए उस समय मैंने राजनीतिक बयान दिया था. समर्थन देकर मदद नहीं की थी."

शरद पवार ने आगे कहा कि "उसके बाद फिर वही हुआ जो हम चाहते थे. 2019 में सरकार गिरी और शिवसेना हमारे साथ आई और शिवसेना के नेतृत्व में हमारी सरकार बनी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने." शरद पवार ने बीजेपी के 'बटेंगे तो कटेंगे' जैसे नारे पर कहा, "लाड़ली बहन योजना ज्यादा कारगर साबित नहीं होती दिखी तो उन्होंने बंटेंगे तो कटेंगे ला दिया."

वोट जिहाद पर क्या बोले शरद पवार?वोट जिहाद को लेकर उन्होंने कहा, "उसकी शुरुआत हमने नहीं देवेंद्र फडणवीस ने की है. सत्ता पक्ष को ये बात समझ आ गई है कि महाराष्ट्र की जनता उन्हें समर्थन नहीं देने वाली है. इसलिए फडणवीस ने वोट जिहाद करके इसे धार्मिक रंग देना शुरू किया. कुछ विधानसभा क्षेत्र में अगर हिंदू ज्यादा हैं, तो वो उन्हें वोट करते हैं. कुछ एक इलाकों में मुस्लिम ज्यादा हैं, तो मुस्लमान अगर हमें वोट कर रहे हैं, तो उसे वोट जिहाद कहना सही नहीं है."

सुप्रिया सुले बनेगी मुख्यमंत्री?सुप्रिया सुले मुख्यमंत्री बनेगी या नहीं? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "सुप्रिया सुले की दिलचस्पी संसद में है. वह देश की सबसे अच्छी सांसदों में से एक हैं. लोकसभा में अगर किसी कानून या बिल पर चर्चा होती है तो सुप्रिया सुले को इसमें शामिल होना अच्छा लगता है. हमने अजित को एमएलसी दी एमएलए बनाया, एक बार, दो बार नहीं तो चार बार उप मुख्यमंत्री बनाया पार्टी की कमान दी. सुप्रिया तो इतने साल सांसद बनकर ही काम करती रहीं. महाराष्ट्र की राजनीति में कभी शामिल नहीं हुईं तो ये कहना गलत है कि सुप्रिया को मुख्यमंत्री बनाने की मेरी मंशा थी या है." 

MVA के सीएम फेस पर बोले शरद पवारअजित पवार को लेकर उन्होंने कहा, "साहेब से ज्यादा मैंने बारामती का विकास किया. अच्छी बात है, चुनाव चल रहा है तो सभी को अपनी राय रखने का अधिकार है." राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "खुद को कुछ करना नहीं. जब मौका था तब कुछ किया नहीं. बस लोगों की मिमीक्री करना, मजाक उड़ाना यहीं उन्हें आता है. राज ठाकरे किस आधार पर कहते हैं कि मैं जातिवादी हूं क्योंकि मैंने पुणे में पुणेरी पगड़ी के बजाय महात्मा फुले वाली पगड़ी पहनी थी? राज ठाकरे किसी और के कहने पर आजकल बोलते हैं."

एमवीए के सीएम फेस पर शरद पवार ने कहा, "देखिए हर पार्टी चाहती है कि उनका नेता सीएम बने. लेकिन हमने तय किया है कि पहले जीतना है फिर सीएम पद के बारे में सब मिलकर फैसला लेंगे."