संसद के विशेष सत्र के लिए इंडिया गठबंधन के दलों ने सरकार को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी पर शरद पवार की पार्टी का दस्तखत नहीं है. अब इसको लेकर शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने महा विकास अघाड़ी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि  महा विकास अघाड़ी का एक विकेट गिर चुका है.

संजय निरुपम का एक्स पोस्ट

मंगलवार (3 जून) को अपने एक्स पोस्ट में संजय निरुपम ने लिखा, "इंडिया गठबंधन की जिन 16 पार्टियों ने संसद के विशेष सत्र के लिए सरकार को चिट्टी लिखी है,उनमें शरद पवार जी की NCP नहीं है. मतलब, महाविकास अघाड़ी का एक विकेट गिर चुका है. कांग्रेस और उबाठा वालों के बीच वैसे भी जूतमपैजार होती रहती है. संकेत यह है कि लोकल बॉडी के चुनाव आने तक MVA की तीनों प्रमुख पार्टियां एकता चलो रे के नारे के साथ मैदान में कूदेंगी और एक-दूसरे के साथ हिसाब चुकाएंगी." 

किन-किन दलों ने किए हस्ताक्षर

बता दें कि कई विपक्षी दल पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीजफायर को लेकर संसद के विशेष सत्र की मांग कर रही है. जिन 16 दलों ने सरकार को लिखी चिट्ठी में दस्तखत किए हैं उनमें कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना (यूबीटी), आरजेडी, नेशनल कांफ्रेंस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), भाकपा (माले) लिबरेशन, केरल कांग्रेस, वीसीके और एमडीएमके के नेता शामिल हैं.

बता दें कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना यूबीटी और शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) महा विकास अघाड़ी का हिस्सा हैं. राष्ट्रीय स्तर पर तीनों ही दल इंडिया गठबंधन में भी शामिल हैं.

दीपेंद्र हुड्डा ने क्या कहा?

इस चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रमुख हैं. बैठक के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन के 16 राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए. पहलगाम आतंकवादी हमले तथा भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान, सभी विपक्षी दल हमारे सशस्त्र बलों और भारत सरकार के समर्थन में खड़े थे.’’