Abu Azmi on Aurangzeb: मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ में बयान देकर बुरे फंसे सपा विधायक अबू आजमी बुधवार (12 मार्च) को मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन पहुंचे. थाने में हाजिरी लगाने के बाद आजमी ने कहा कि डरना पड़ता है.
उन्होंने कहा, ''हमें बयान दर्ज करने की जरूरत नहीं है. पुलिस भेज कर अरेस्ट न कर लें, इसके लिए मैं कोर्ट गया था और जमानत ली. कोर्ट ने तीन दिन थाने जाकर हाजिरी लगाने के लिए कहा.''
अबू आजमी ने कहा, ''बिना कुछ किए हुए ही केस हो जाता है, डरना पड़ता है. आतंकवादी कहते हैं, मैंने कौन सा आतंक फैलाया है? मुझे विधानसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. सरकार जब ऐसे करेगी तो मुझे संभल कर चलना पड़ेगा.''
छत्रपति शिवाजी महाराज पर क्या बोले आजमी?
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की तारीफ मैंने पहली बार नहीं की है. मैंने विधानसभा में भी तारीफ की है. मैं अल्लाह के अलावा किसी और से नहीं डरता हूं.
सपा विधायक अबू आजमी को औरंगजेब की प्रशंसा में की गई टिप्पणी के कारण 26 मार्च को महाराष्ट्र विधानसभा के मौजूदा सत्र से निलंबित कर दिया गया था. बीजेपी और शिवसेना का कहना था कि औरंगजेब की प्रशंसा छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके योद्धा पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान है, क्योंकि दोनों महाराष्ट्र में पूजनीय व्यक्ति हैं.
अबू आजमी ने क्या कहा था?
इन आरोपों पर अबू आजमी ने कहा था कि मैंने बस इतिहासकारों को कोट किया. दरअसल सपा नेता ने कहा था, ''औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमा) तक थी.''
उन्होंने कहा था, ‘‘हमारा जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) (विश्व जीडीपी का) 24 प्रतिशत था और भारत को (औरंगजेब के शासनकाल के दौरान) सोने की चिड़िया कहा जाता था.’’