Waris Pathan On Saif Ali Khan Attack: एआईएमआईएम के नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सैफ अली खान पर हमला सरकार और प्रशासन का टोटल फेल्योर है. पहले सलमान खान पर हमला हुआ, फिर बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई और अब अज्ञात हमलावर सैफ अली खान पर हमला कर मौके से फरार हो जाता है.
उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में बांद्रा एक फेमस इलाका है. यहां पर काफी संख्या में फिल्म स्टार रहते हैं. इसके बावजूद आए दिन हिंसक घटनाएं होती हैं. उन्होंने कहा, "एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी फायरिंग हुई थी. अल्लाह का शुक्र था वो बच गए. उन्होंने ये सवाल भी उठाए हैं कि आखिर निशाने पर कौन हैं? खान, खान, खान... हमले इन्हीं पर हो रहे हैं न."
'मुंबई में सिक्योरिटी नाम की चीज है या नहीं'
वारिस पठान के मुताबिक, "पहले सलामन खान के घर पर फायरिंग हुई. उसके बाद बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अब 15 और 16 जनवरी की दरम्यानी रात ढाई बजे के करीब एक अज्ञात हमलावर चाकू लेकर घर में घुस जाता है और सैफ अली खान जैसे स्टार पर चाकू से हमला करता है. हमलावार सैफ पर छह बार जानलेवा वार करता है. अभी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है."
उन्होंने कहा, "ये किस दिशा में हम लोग जा रहे हैं. लोगों के दिल में डर और खौफ खत्म हो चुका है. किसी को पुलिस का डर ही नहीं है. सैफ पर हमला उस रात को हुई जिस सुबह से देश के पीएम मोदी मुंबई में थे. मुंबई की सिक्योरिटी पूरी टाइट थी. उस रात को इस तरह के हमले के बारे में आखिर क्या कहा जा सकता है? आखिर, मुंबई में सिक्योरिटी नाम की चीज है या नहीं."
वारिस पठान ने आगे कहा, "मुंबई में मासूम बच्चों के खिलाफ अनाप-शनाप बकवास किए जाते है. पूरे बांद्रा के अंदर छोटे बच्चों तक को नहीं छोड़ा जाता. बांद्रा में सबको तो पुलिस प्रोटेक्शन नहीं है. ऐसे में यहां के बच्चे कहा जाएंगे. हम पुलिस अफसर और सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मिलेंगे. उनसे अपील करेंगे कि वो इस एरिया में सुरक्षा बढाएं."
उन्होंने ये भी कहा, "हम लोग बच्चों को कहते हैं कि बाहर मत जाओ, वहां फायरिंग होती है. अब तो घर में घुसकर चाकू से मार रहे हैं. ऐसे में बच्चों से क्या कहें? कहां जाएं?" एआईएमआईएम नेता ने सरकार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भले ही कोई भी क्यों न हो उसे गिरफ्तार किया जाए. ताकि आगे इस तरह की घटना न हो.