ED on Rohit Pawar: एनसीपी विधायक रोहित पवार करीब 12 घंटे बाद ईडी दफ्तर से बाहर आए हैं. रोहित पवार के बाहर आने के बाद ईडी दफ्तर के बाहर मौजूद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारे लगाए. बारामती एग्रो में कथित हेराफेरी के मामले में ईडी ने मुंबई समेत छह जगहों पर छापेमारी की थी. बारामती एग्रो कंपनी के मालिक रोहित पवार हैं. पिछले साल इस संबंध में रोहित पवार को नोटिस जारी किया गया था. 19 जनवरी को रोहित पवार को ईडी ने जांच के लिए बुलाया था और 24 जनवरी को जांच में शामिल होने का आदेश दिया था.


एनसीपी कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध
ईडी का दफ्तर एनसीपी शरद पवार गुट के दफ्तर के पास ही स्थित है. इसलिए एनसीपी कार्यकर्ता ईडी के दफ्तर के बाहर जमा हो गए. रोहित पवार के घर पर पिछले कई दिनों से ईडी की छापेमारी चल रही थी. लेकिन उन्हें पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया था. इस बार आए नोटिस के बाद रोहित पवार ने पूछताछ का सामना करने का फैसला किया है. जबकि सुप्रिया सुले और शरद पवार मजबूती से रोहित पवार के पीछे खड़े हैं.


एनसीपी विधायक ने छुए शरद पवार के पैर
रोहित पवार के ईडी कार्यालय में दाखिल होने से पहले सुले ने उन्हें भारतीय संविधान की एक प्रति सौंपी.सुले ने रोहित पवार को गले लगाया. उन्होंने जांच एजेंसी के कार्यालय में प्रवेश करने से पहले सुप्रिया के पैर छुए. एनसीपी के राज्यभर से आए सैकड़ों कार्यकर्ता दक्षिण मुंबई स्थित पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए. उन्होंने रोहित पवार के समर्थन में नारे लगाए और ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. एनसीपी कार्यालय में दाखिल होते हुए रोहित पवार ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पहले भी जांच में एजेंसियों के साथ सहयोग किया है और भविष्य में भी ऐसा करेंगे.


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