Maharashtra News: महाराष्ट्र के उल्हासनगर में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने न सिर्फ कानून व्यवस्था को शर्मसार किया है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा और पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. छेड़छाड़ और अवैध हथियार रखने के आरोप में जेल में बंद रोहित बिपिन झा नामक व्यक्ति को जब जमानत पर रिहा किया गया तो उसने और उसके समर्थकों ने पीड़िताओं के घर के सामने ढोल-ताशे बजवाकर और पटाखे फोड़कर जश्न मनाया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ फिर से एक नई एफआईआर दर्ज की है. 

जनिए क्या था पूरा मामला?

यह घटना 27 अप्रैल 2025 को दो बहनों के साथ बहनों के साथ हुई छेड़छाड़ और हमले के मामले से जुड़ी है, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. उल्हासनगर के रमाबाई टेकड़ी इलाके में रोहित झा और उसके तीन अन्य साथियों पर दो बहनों के साथ छेड़छाड़ और हमले का आरोप लगा था. इस घटना में आरोपियों ने न सिर्फ युवतियों के साथ अभद्र व्यवहार किया, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की थी. इसके अतिरिक्त, रोहित झा पर अवैध हथियार रखने का भी आरोप था. उल्हासनगर पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड सहिता IPC की धाराओं के तहत FIR दर्ज की थी. चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. 

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया

कुछ समय बाद रोहित झा को कोर्ट से जमानत मिल गई. जमानत पर रिहा होने के बाद 20 जुलाई को रोहित और उसके समर्थकों ने उल्हासगर के रमाबाई टेकड़ी इलाके में पीड़ित बहनों के घर के सामने जुलूस निकाला. इस जुलूस में ढोल-ताशे बजाए गए, फूल-मालाओं से रोहित का स्वागत किया गया और साथ ही साथ पटाखे फोड़कर जश्न मनाया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें रोहित झा को उसके समर्थकों के साथ जुलूस में देखा जा सकता है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.