Maharashtra Toll Tax increase: सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और बीजेपी पर निशाना साधते हुए, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने ठाणे और मुंबई में टोल शुल्क में बढ़ोतरी पर सवाल उठाया है. राज ठाकरे ने ठाणे में पत्रकारों से बात करते हुए पूछा, “मेरे पास एकनाथ शिंदे के लिए एक प्रश्न है. टोल फीस में बढ़ोतरी के खिलाफ उन्होंने खुद याचिका दायर की थी. लेकिन उन्होंने इसे वापस ले लिया है. उन्होंने याचिका वापस क्यों ली? उसे इसे वापस लेने के लिए किसने मजबूर किया?” 


महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को कहा कि वह टोल बढ़ोतरी के मुद्दे पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे. इस मामले को लेकर उनकी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. टोल बढ़ोतरी के विरोध में पिछले चार दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे पार्टी नेता अविनाश जाधव से मुलाकात के बाद ठाकरे ने ठाणे में पत्रकारों से बात की. एक अक्टूबर से टोल में इजाफा प्रभावी हुआ है.


सत्तारूढ़ दल को दी ये हिदायत
मनसे प्रमुख ने कहा कि वह अगले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री से मिलेंगे और टोल वृद्धि और राज्य के लोगों से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि शिवसेना-बीजेपी के पिछले गठबंधन ने अपने चुनाव घोषणापत्र में महाराष्ट्र को टोल मुक्त बनाने का वादा किया था, लेकिन वादा पूरा नहीं किया गया. ठाकरे ने दावा किया कि शिंदे ने अतीत में टोल के संबंध में अदालत में एक याचिका दायर की थी और बाद में इसे वापस ले लिया. मनसे प्रमुख ने सवाल किया कि किसके निर्देश पर उन्होंने याचिका वापस ली थी. ठाकरे ने कहा, 'सत्तारूढ़ दल को यह ध्यान में रखना चाहिए कि चुनाव नजदीक हैं और वह लोगों को नाराज नहीं कर सकते.'


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