महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव के मद्देनजर विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) में बड़े फैसले हो रहे हैं. मुख्य मुद्दा है राज ठाकरे का. एमवीए में सभी सहयोगी दल यह तय करने की कोशिश कर रहे हैं कि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनविर्माण सेना (MNS) को एमवीए का हिस्सा बनाया जाए या नहीं.
दरअसल, राज ठाकरे को महाविकास आघाड़ी में शामिल करने को लेकर, उद्धव ठाकरे के घर बीती 8 सितंबर की रात में चर्चा हुई. आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की पृष्ठभूमि में, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार, बालासाहेब थोराट और अमीन पटेल ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके मातोश्री आवास पर मुलाकात की.
इन मुख्य मुद्दों पर हुई चर्चामाना जा रहा है कि इस दौरान महाविकास अघाड़ी में मनसे को शामिल करने या न करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. कांग्रेस नेताओं ने ठाकरे के साथ शिवसेना UBT और मनसे के संभावित गठबंधन, विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद पर कांग्रेस की दावेदारी और उपराष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा की.
भाई के लिए जगह बना रहे उद्धव ठाकरे?दरअसल, पिछले कुछ दिनों से यूबीटी और मनसे के बीच राजनीतिक गठबंधन को लेकर गहन चर्चा चल रही है. महाविकास अघाड़ी में उद्धव ठाकरे की शिवसेना, कांग्रेस और शरद चंद्र पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं. इसलिए, अगर मनसे जैसी पार्टी को महाविकास अघाड़ी में शामिल करना है, तो बाकी दोनों घटक दलों से विचार-विमर्श करना होगा.
विधान परिषद में विपक्ष का नेता कांग्रेस का?अगर उद्धव ठाकरे मनसे के साथ गठबंधन करना चाहते हैं, तो उन्हें महाविकास अघाड़ी में अपनी भूमिका भी स्पष्ट करनी होगी. कांग्रेस नेताओं ने भी कहा है कि दिल्ली में पार्टी नेताओं से बात करने के बाद ही फैसला लिया जाएगा कि कांग्रेस मनसे को शामिल करने पर सहमत है या नहीं. इस बीच, कांग्रेस विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद पर दावा पेश करेगी और सतेज पाटिल को नियुक्त किए जाने की संभावना है.