Raj Thackeray MNS News: राज्य के प्रशासनिक कामकाज पर नजर रखने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने राज ठाकरे के नेतृत्व में पहले 'शैडो कैबिनेट' की स्थापना की थी. हालांकि वह प्रयोग ज्यादा सफल नहीं रहा. अब मनसे ने एक नया प्रयोग करते हुए 'प्रतिपालिका सभागृह' आयोजित करने का निर्णय लिया है. यह विशेष सभा 26 अप्रैल को शाम 5 बजे मुंबई महानगरपालिका मुख्यालय के सामने स्थित पत्रकार भवन में आयोजित की जाएगी.

इस समय बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) का संचालन प्रशासकीय अधिकारियों के माध्यम से हो रहा है, क्योंकि पिछले तीन वर्षों से कोई निर्वाचित जनप्रतिनिधि नहीं है. मनसे का कहना है कि इसी कारण आम जनता की समस्याएं उपेक्षित रह जा रही हैं. इसी के विरोध में और जनता की आवाज उठाने के उद्देश्य से यह 'प्रतिपालिका सभागृह' आयोजित किया जा रहा है.

'की जाए खुली चर्चा'मनसे के महासचिव संदीप देशपांडे की ओर से मुंबई के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को पत्र भेजकर इस सभा में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है. इस सभा में 'प्रतिमा महापौर' की भी नियुक्ति की जाएगी और मुंबई से जुड़ी अहम समस्याओं जैसे सड़कों की हालत, स्वास्थ्य सेवाएं और आपदा प्रबंधन जैसे विषयों पर खुली चर्चा की जाएगी.

इन दलों को भेजा निमंत्रणमनसे ने बीजेपी मुंबई अध्यक्ष आशिष शेलार, राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) के सिद्धार्थ कांबळे, समाजवादी पार्टी के सईदभाई शेख, कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के आदित्य ठाकरे, शिवसेना (शिंदे गुट) के मंत्री उदय सामंत सहित कई अन्य नेताओं को भी निमंत्रण भेजा है.

मनसे के निमंत्रण पत्र में क्या लिखा है?मनसे ने पत्र में लिखा, "मुंबई महानगरपालिका दो पहियों पर चलती है. प्रशासन और जनप्रतिनिधि, लेकिन बीते तीन वर्षों से जनप्रतिनिधियों वाला पहिया ठप पड़ा है. मुंबई को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन नगर निगम में कोई चर्चा का मंच न होने से समाधान नहीं निकल पा रहा."

पत्र में आगे लिखा, "इसलिए हमने 'प्रतिपालिका सभागृह' की अवधारणा रखी है, जहां विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मिलकर मुंबई की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा करेंगे. हमारा मकसद है कि जनता की आवाज सरकार तक पहुंचे और प्रशासन इन समस्याओं पर ठोस कदम उठाए. यह मंच पूरी तरह गैर-राजनीतिक होगा और सिर्फ जनता के हितों के लिए समर्पित रहेगा."